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खाद वितरण में सहकारी समिति और कंपनी कर्मचारी पर लगाया गड़बड़ी का आरोप

गांव मटौर के किसानों ने सहकारी समिति के कर्मचारी पर यूरिया खाद वितरण में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ लिखित शिकायत एसडीएम कार्यालय में दी है। किसान शीशपाल बीरा सतबीर रोशन रामेश्वर धर्मपाल राजेंद्र ने बताया कि मटौर गांव में सहकारी समिति के अंतर्गत चार गांव आते है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 09:46 AM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 09:46 AM (IST)
खाद वितरण में सहकारी समिति और कंपनी  कर्मचारी पर लगाया गड़बड़ी का आरोप
खाद वितरण में सहकारी समिति और कंपनी कर्मचारी पर लगाया गड़बड़ी का आरोप

संवाद सहयोगी, कलायत:

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गांव मटौर के किसानों ने सहकारी समिति के कर्मचारी पर यूरिया खाद वितरण में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ लिखित शिकायत एसडीएम कार्यालय में दी है। किसान शीशपाल, बीरा, सतबीर, रोशन, रामेश्वर, धर्मपाल, राजेंद्र ने बताया कि मटौर गांव में सहकारी समिति के अंतर्गत चार गांव आते है। पिछले करीब एक सप्ताह से दूसरे गांवों में तो यूरिया खाद मिल रहा है। लेकिन मटौर गांव में अभी तक उन्हें कर्मचारियों द्वारा खाद उपलब्ध नहीं करवाया गया है। किसानों ने कंपनी के कर्मचारी और सहकारी समिति कर्मचारी पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि यूरिया खाद को गांव मटौर की बजाय दूसरे गांवों में वितरित किया जा रहा है। जबकि मटौर के किसानों को अभी तक खाद उपलब्ध नहीं हो पाया है। किसानों के मुताबिक इन दिनों यूरिया की जरूरत अधिक है। अधिकतर किसान गेहूं की पहली सिचाई में जुटे हुए हैं और इस दौरान समय पर खाद खुराक डालना जरूरी होता है, लेकिन किसानों को खाद समय पर नहीं मिल रहा है जिसके कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि यदि खाद समय पर नहीं डाला गया तो फसल की ग्रोथ प्रभावित हो सकती है। किसानों ने गांव में यूरिया खाद उपलब्ध करवाने, सहकारी समिति कर्मचारी और कंपनी कर्मचारी की जांच कर एसडीएम से कार्रवाई की मांग की है।

बाक्स-

किसानों द्वारा लगाए आरोप निराधार:

सहकारी समिति कर्मचारी राजबीर ने बताया कि खाद वितरण में मटौर के अलावा बढ़सीकरी के सेल प्वाइंट केतीन गांव, चौशाला के सेल प्वाइंट के चार गांव है। इन सातों गांवों में मेरे द्वारा सेल का कार्य किया जाता है। जबकि मटौर गांव में सेल व खाद वितरण का कार्य गांव के अन्य कर्मचारी द्वारा किया जाता है। उसके द्वारा ही डिमांड भेजी जाती है। मटौर गांव में खाद वितरण में मेरा कोई लेना देना नहीं है। किसानों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार है।


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