तीन अध्यादेशों के खिलाफ किसानों ने लघु सचिवालय में दिया धरना
तीन अध्यादेशों को वापस लेने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने दूसरे दिन भी सचिवालय में धरना दिया। अध्यक्षता राष्ट्रीय सलाहकार अजीत सिंह हाबड़ी ने की।
जागरण संवाददाता, कैथल:
तीन अध्यादेशों को वापस लेने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने दूसरे दिन भी सचिवालय में धरना दिया। अध्यक्षता राष्ट्रीय सलाहकार अजीत सिंह हाबड़ी ने की। संचालन प्रधान होशियार गिल ने किया। किसानों ने कहा कि प्रदेश सरकार किसान विरोधी सरकार है। पिपली के अंदर किसानों पर लाठीचार्ज करवा अत्याचार किया है। किसान इससे किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा। किसान सभी वर्गों का पेट भरता है, उसके बाद भी उनकी मांगों को दबाया जा रहा है। सरकार की तरफ से पिपली रैली में प्रशासन के साथ मिलकर लाठियां बरसाई। सरकार 19 सितंबर तक मांगों को पूरा नहीं करती है तो 20 सितंबर को सभी जगह किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पिपली में किसानों पर दर्ज हुए केस को रद किया जाए। स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू किया जाए। सरकार द्वारा लागू तीनों अध्यादेशों को बंद किया जाए। रणदीप आर्य ने कहा कि 19 किसान संगठन इस आंदोलन में हिस्सा ले रहे है। सरकार को इनकी मांगों को पूरा करना होगा। अगर फिर भी मांगों को पूरा नहीं करती तो आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर विरेंद्र, रामकिशन, राजेश, रणधीर उपस्थित रहे।