Move to Jagran APP

बुजुर्गो को मान सम्मान मिलने की उम्मीद

विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच जहां विभिन्न वर्ग के लोगों को नई सरकार बनने के बाद उनकी मांगे पूरी होने की आस है। वहीं इस चुनाव में अपनी भागेदारी दर्ज करने में बुजुर्ग भी पीछे नहीं है। बुजुर्गाें को भी उम्मीद है कि नई सरकार बनने के बाद उन्हें पूरा मान सम्मान मिलेगा और पेंशन सहित वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों के हो रहे हनन को लेकर उनका अपमान नहीं होगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 09:24 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 09:24 AM (IST)
बुजुर्गो को मान सम्मान मिलने की उम्मीद
बुजुर्गो को मान सम्मान मिलने की उम्मीद

जागरण संवाददाता, कैथल :

loksabha election banner

विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच जहां विभिन्न वर्ग के लोगों को नई सरकार बनने के बाद उनकी मांगे पूरी होने की आस है। वहीं इस चुनाव में अपनी भागेदारी दर्ज करने में बुजुर्ग भी पीछे नहीं है। बुजुर्गाें को भी उम्मीद है कि नई सरकार बनने के बाद उन्हें पूरा मान सम्मान मिलेगा और पेंशन सहित वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों के हो रहे हनन को लेकर उनका अपमान नहीं होगा। दैनिक जागरण की टीम ने मंगलवार को बुजुर्गों के मूड को जानने के लिए गांव क्योड़क का दौरा किया। यहां पर सनातन धर्म मंदिर के बनी चौपाल में बैठे बुजुर्गाें ने कहा कि उन्हें ऐसी सरकार के सत्ता में आने की उम्मीद है जो उनकी अधूरी मांगों का जल्द पूरा करेंगे। बुजुर्गाें का कहना था कि पेंशन को लेकर कई बुजुर्गाें को सामना करना पड़ता है। लेकिन वर्तमान सरकार की ओर से पेंशन को सीधा बुजुर्गाें के खाते में डालने की प्रकिया काफी सफल हुई, क्योंकि अब बुजुर्गाें को नकद राशि के रूप में मिलने वाली सम्मान रूपी पेंशन में भ्रष्टाचार का बोलबाला नहीं है। सरकार बुजुर्गाें के लिए एक और योजना चलाए, जिसमें वह लाचार बुजुर्गों के लिए सरकारी वृद्धाश्रम खोले, जो सरकार की ओर से संचालित की जाएं। बॉक्स :

चौपाल में बैठे बुजुर्ग हवा सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पेंशन देने के मामले में बुजुर्गाें की मौज कर दी है। पहले की सरकारों में बुजुर्गाें की पेंशन एजेंटों के माध्यम से दी जाती थी, लेकिन अब पेंशन देने में बैंकिग प्रणाली को लागू करके काफी राहत दी है। अब इससे भ्रष्टाचार खत्म हुआ है। यह काफी सराहनीय है। कुछेक खामियां तो हर सरकार में रह जाती है। वहीं बगल में बैठे बुजुर्ग रफल सिंह ने कहा कि बेसहारा बुजुर्गाें के लिए वृद्धाश्रम भी सरकार की ओर से खोले जाने चाहिए, जिसकी देखरेख सरकार की ओर से की जाए। उन्होंने कहा कि पेंशन की राशि तो बुजुर्गाें को संतोषजनक मिल रही है। लेकिन पेंशन मिलने की आयु की सीमा को घटाकर 58 वर्ष किया जाना चाहिए। इसी प्रकार से वृद्ध महिलाओं को पेंशन देने की आयु 55 वर्ष निर्धारित की जानी चाहिए।

बुजुर्ग बूरा राम ने स्वास्थ्य के मुद्दे उठाते हुए कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में कैथल जिला में पीजीआई बनाने की मांग उठी थी, जिस पर विचार विमर्श कर इसे पूरा करने का आश्वासन भी दिया गया था। लेकिन यह मांग पूरी नहीं हो सकी, अस्पताल में सुविधाएं न होने के कारण बुजुर्गाें को सही इलाज नहीं मिलता। बुजुर्गाें को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए बुजुर्गाें के लिए अलग से योजनाएं चलाई जानी चाहिए। -------------------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.