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गांव फतेहपुर में लगे शिविर में हुआ 81 यूनिट रक्त एकत्र

डीएवी कालेज पूंडरी की राष्ट्रीय सेवा योजना और यूथ रेडक्रॉस की ओर से रविवार को देवी मंदिर फतेहपुर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 81 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 06:05 AM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 06:05 AM (IST)
गांव फतेहपुर में लगे शिविर में  हुआ 81 यूनिट रक्त एकत्र
गांव फतेहपुर में लगे शिविर में हुआ 81 यूनिट रक्त एकत्र

संवाद सहयोगी, पूंडरी: डीएवी कालेज पूंडरी की राष्ट्रीय सेवा योजना और यूथ रेडक्रॉस की ओर से रविवार को देवी मंदिर फतेहपुर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 81 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इसका उद्घाटन सरपंच पुष्पा रानी फतेहपुर ने किया। रक्तदाताओं को प्रेरित करते हुए सरपंच ने कहा कि रक्तदान से कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि एक सुखद अनुभूति होती है। रक्तदान से न केवल समाज का, बल्कि रक्तदाता को भी स्वास्थ्य लाभ होता है। उन्होंने डीएवी कालेज के प्राचार्य डा. सुभाष तंवर का गांव फतेहपुर में शिविर आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त किया व हर वर्ष रक्तदान शिविर के आयोजन करने का प्रस्ताव रखा। कार्यक्रम अधिकारी डा. वैभव दत्त शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कालेज के पुरातन छात्र धर्मेंद्र कुमार ने 58वीं बार रक्तदान किया। इस अवसर पर इलाके के रक्तदानियों ने भी अपनी भरपूर हाजिरी लगाई। डा. वैभव दत्त शर्मा ने प्रो. विनेश वालिया का कार्यक्रम के सफल आयोजन में विशेष सहयोग के लिए धन्यवाद किया। इस अवसर पर डा.विश्वजीत सिंह, डा. विकास कुमार, परविद्र कुमार, राजीव सोनी, ओमप्रकाश, रामकुमार और उपेंद्र भारती उपस्थित रहे।

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भारतीय नववर्ष मनाने के लिए भाविप शहरवासियों को करेगा प्रेरित : गर्ग

जागरण संवाददाता, कैथल : भारत विकास परिषद (भाविप) की जिला कार्यकारिणी की बैठक रविवार को कार्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता परिषद सचिव अश्वनी अग्रवाल ने की। अश्वनी अग्रवाल ने चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के ऐतिहासिक महत्व को बताते हुए कहा कि इस दिन से ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना शुरू की, भगवान श्री राम, युधिष्ठिर और सम्राट विक्रमादित्य का राज्यभिषेक भी इसी दिन हुआ था। सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर ही इस दिन से ही विक्रमी संवत की शुरूआत हुई।

कार्यक्रम के संयोजक रमेश अग्रवाल ने बताया कि सिख परंपरा के द्वितीय गुरु श्री अंगद देव का जन्म इस दिन हुआ था और स्वामी दयानंद सरस्वती ने इसी दिन ही आर्य समाज की स्थापना दिवस के रूप में चुना। भारत विकास परिषद के संरक्षक डा. अशोक गर्ग ने बताया कि सिध प्रांत के प्रसिद्ध समाज रक्षक वरूणावतार संत झूलेलाल इसी दिन प्रकट हुए थे। परिषद के प्रधान विनोद गोयल ने कहा कि परिषद शहरवासियों को प्रेरित करेगी कि अपनी-अपनी गली-बस्ती में व अपने-अपने घरों की साफ-सफाई कर घर के बाहर रंगोली बनाएं।

इस मांगलिक अवसर पर अपने-अपने घरों के ऊपर भगवा पताका फहराएं। प्रेस सचिव डा. अभिषेक गोयल ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि भारतीय नववर्ष, नव संवत्सर 2078 चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के उपलक्ष्य में शहर के चौकों को सजाया जाएगा।


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