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संकट में फंसे किसान, परिवार और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कवायद जारी

गांव हरिपुरा में भारी जलस्तर के चलते ग्रामीणों में भारी दहशत है। बरसात थमने के बाद भी बढ़े जल स्तर के कारण बड़ा कृषि रकबा जलमग्न है। धान सहित विभिन्न फसलें और पशु चारा पानी में डूबकर खराब हो रहा है। कृषि क्षेत्र में स्थित किसानों के घरों में कई-कई फीट पानी जमा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 07:55 AM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 07:55 AM (IST)
संकट में फंसे किसान, परिवार और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कवायद जारी
संकट में फंसे किसान, परिवार और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कवायद जारी

संवाद सहयोगी, कलायत: गांव हरिपुरा में भारी जलस्तर के चलते ग्रामीणों में भारी दहशत है। बरसात थमने के बाद भी बढ़े जल स्तर के कारण बड़ा कृषि रकबा जलमग्न है। धान सहित विभिन्न फसलें और पशु चारा पानी में डूबकर खराब हो रहा है। कृषि क्षेत्र में स्थित किसानों के घरों में कई-कई फीट पानी जमा है।

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खाने-पीने और रहन-सहन का सामान खराब हो गया है। बुरी तरह से बिगड़ी स्थिति के कारण किसान परिवारों, पशुओं और जरूरी सामान को घरों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कवायद में लगे हैं। यशपाल हरिपुरा, नन्हा राम, मंगत राम, सुभाष, मनफूल, बलदेव, कृष्ण और दूसरे किसानों का कहना है कि संबंधित क्षेत्र में एक माइनर की टेल है।

इसके चलते सिचाई संसाधनों के साथ-साथ बरसात का पानी हरिपुरा और इसके आसपास लगते निचले इलाकों में घुस रहा है। पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण फसलें, चारा और कीमती सामान खराब हो रहा है। जलस्तर के कारण दहशतजदा लोग इधर-उधर सुरक्षित स्थानों को तलाश रहे हैं।

बार-बार तबाही के मंजर का सामना कर रहे किसान

हरिपुरा गांव के किसानों का कहना है कि संबंधित क्षेत्र में निरंतर फसलें खराब हो रही हैं। इन परिस्थितियों में इस इलाके में किसानों ने जमीनी ठेके पर लेना बंद कर दिया है। जो किसान स्वयं कृषि करते हैं, उन्हें पिछले कई वर्षो से आर्थिक नुकसान जल भराव के कारण सहना पड़ रहा है। हालातों से शासन-प्रशासन को समय-समय पर अवगत करवाने के बाद भी स्थिति नहीं सुधर पा रही है। किसानों को समझ नहीं आ रहा कि आखिरकार वे कहां जाएं।

एसडीएम ने किया निरीक्षण

कलायत के गांव हरिपुरा में भारी जल भराव की समस्या को देखते हुए एसडीएम वीरेंद्र सिंह ने नायब हरदेव सिंह, सिचाई विभाग कार्यकारी अभियंता प्रशांत कुमार, उपमंडल अभियंता अखिल कुमार, गांव हरिपुरा और गुहणा गांव के गणमान्य लोगों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। मौका निरीक्षण के बाद डीसी को भेजी रिपोर्ट में एसडीएम ने उल्लेख किया है कि माइनर के दोनों तरफ हरिपुरा गांव के खेतों में ज्यादा पानी है। इसके मद्देनजर पानी निकासी के लिए साइफन की व्यवस्था करने के निर्देश सिचाई विभाग को दिए हैं। पूर्व में स्थापित पंपों की संख्या बढ़ाई जाए।

माइनर पर चौकसी बढ़ाई

हरिपुरा गांव के खेतों में भारी जल भराव के कारण स्थिति प्रतिकूल बनी है। माइनर को काटने की अंदेशा बना हुआ है। एसडीएम ने इसके प्रभावों को देखते हुए प्रभावी कदम उठाए हैं। इसके तहत जहां ग्रामीणों ने व्यवस्था बनाने में सहयोग की अपील की है वहीं माइनर पर चौकसी बढ़ाने के लिए कलायत डीएसपी को अवगत करवाया गया है।


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