तीन साल में कंडम हो गए 20 लाख रुपये के मोबाइल शौचालय
नगर परिषद की ओर से दो से 17 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। शहर के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए स्वच्छता रथ छोड़ा गया है।
सुनील जांगड़ा, कैथल : नगर परिषद की ओर से दो से 17 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। शहर के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए स्वच्छता रथ छोड़ा गया है। स्वच्छता रथ के चक्कर में नगर परिषद असली स्वच्छता रथ को भूल गई है। शहर में रखे गए मोबाइल शौचालय बदहाल हो चुके हैं। नप ने तीन साल पहले चार मोबाइल शौचालय खरीदे थे। एक शौचालय पर करीब पांच लाख रुपये खर्च किए गए थे। तीन साल में ही चारों शौचालय कंडम हो चुके हैं और सीधे 20 लाख रुपये पर नगर परिषद की लापरवाही का जंग लग गया।
नप इन शौचालयों को कहीं भी खड़ा करके भूल जाती है। सेक्टर-19 जिला सचिवालय के पीछे खाली मैदान में करीब डेढ़ साल पहले एक शौचालय खड़ा किया गया था। आज तक इस शौचालय को साफ-सफाई करना तो दूर की बात कोई कर्मचारी उसे देखने के लिए भी नहीं पहुंचा है। एक शौचालय करीब छह महीने से करनाल रोड से ढांड रोड पर जाने वाले मार्ग पर खड़ा है। इससे वाहन चालकों को भी परेशानी होती है।
सामान हो रहा चोरी
इन शौचालयों की हालात खराब हो चुकी है। एक मोबाइल शौचालय में महिला और पुरूष के लिए आठ सीटें रखी गई थी। अब इनके दरवाजे टूटे हुए हैं। पानी की टोंटी या तो टूट चुकी हैं या चोरी हो चुकी हैं। पानी की टंकी भी टूट चुकी है। लोहे का सामान चोरी हो चुका है। इन शौचालयों को जरूरत के हिसाब से कहीं भी ले जाया जा सकता है। अब सभी के टायर भी खराब हो चुके हैं।
प्री-फेब्रिकेटिड शौचालय भी बदहाल
नगर परिषद की ओर से शहर में करीब 14 स्थानों पर प्री-फेब्रिकेटिड शौचालय रखे थे। इनकी देखभाल के लिए नप ठेका भी देती है, लेकिन उसके बाद भी इनकी सफाई नहीं की जाती। शौचालयों से सामान भी चोरी हो रहा है। कई ऐसे शौचालय हैं जहां पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है।
जल्द ही सभी शौचालयों
को ठीक करवाया जाएगा
मोबाइल शौचालयों के बारे में उन्हें जानकारी है। जल्द ही सभी शौचालयों को ठीक करवाया जाएगा। जो भी कमियां हैं उन्हें दूर करवाया जाएगा। प्री-फेब्रिकेटिड शौचालयों की नियमित सफाई करवाई जाएगी।
अशोक कुमार, ईओ नगर परिषद।