गांव बात्ता में पानी निकासी की व्यवस्था न होने से गलियों ने लिया तालाब का रूप
हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर स्थित गांव बात्ता की मुख्य गलियों में जलभराव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की निकासी न होने के कारण लोगों व वाहन चालकों को आवागमन में समस्या खड़ी हो गई है।
संवाद सहयोगी, कलायत : हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर स्थित गांव बात्ता की मुख्य गलियों में जलभराव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की निकासी न होने के कारण लोगों व वाहन चालकों को आवागमन में समस्या खड़ी हो गई है। मुख्य मार्ग सहित सभी रास्तों व गलियों में जलभराव से कीचड़ की स्थिति बनी हुई है। जिस कारण लोग पानी के बीच से गुजरने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों ने लगाई सफाई और समाधान की गुहार
ग्रामीण बबली, संजीव राणा, सतीश कुमार, रामकुमार, साहिल, पवन कुमार सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि गली में हो रहे जलभराव और कीचड़ के चलते गली के आसपास के लोगों को संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी भय सता रहा है। लोगों ने कई बार प्रशासन को समस्या के बारे में अवगत करवाया, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। बिना बरसात ही गांव की गलियों में पानी भरा रहता है, जिससे दुर्गंध आती हे। छोटे बच्चे एवं बुजुर्गो को गली से गुजरने में काफी परेशानी होती है। नालियों व नालों की उचित सफाई व्यवस्था नहीं होने और सफाई व्यवस्था के अभाव में नाले अवरुद्ध हैं। लोगों का कहना है कि जब हल्की बरसात से ही सफाई व्यवस्था का यह हाल है तो मानसून के दौरान क्या हाल होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। गली में हो रहा जलभराव संक्रामक बीमारियों को न्यौता दे रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मानसून से पूर्व गांव की नालियों की उचित सफाई व्यवस्था करवाई जाए और अवरुद्ध नालों को खुलवाया जाए।