गांव पिलनी में ड्रेन ओवरफ्लो, लोगों ने जताया रोष
संवाद सहयोगी पाई गांव पिलनी से पूंडरी लिक वाली ड्रेन ओवरफ्लो हो गई है। ग्रामीण रामपाल श्
संवाद सहयोगी, पाई: गांव पिलनी से पूंडरी लिक वाली ड्रेन ओवरफ्लो हो गई है। ग्रामीण रामपाल शर्मा, सेवाराम, सुखविद्र, रवि, अंकुश, अभिषेक, रमन, रमेश, दिनेश और दरबारा का कहना है कि गंदा पानी एक जगह तक एकत्रित रहता है। कई बार ड्रेन में पानी ज्यादा होने के कारण आसपास के खेतों में लगी फसल डूब जाती है।
इस ड्रेन से सिकंदर खेड़ी, मोना व बरसाना गांव का गंदा पानी आता है। इसकी बुर्जी नंबर 22720 से लेकर 22723 तक की पटरी पिलनी गांव की तरफ से नीची होने के कारण थोड़ी-सी बरसात का पानी से ओवरफ्लो होकर सारा पानी गांव में जमा हो जाता है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सफाई की जाए ताकि किसानों को परेशानी न हो।
एसडीओ मनीष गोयल ने बताया कि उनके संज्ञान में मामला अभी आया है और इसको जल्द से जल्द वर्षा ऋतु से पहले इसकी सफाई करा दी जाएगी। बड़े अधिकारियों से परमिशन लेकर डिजाइन के अनुसार पटरी को ऊंचा करवा दिया जाएगा।अब सात कंपनियों से नलकूप मोटर पंप खरीदने की किसानों को दी छूट
संवाद सहयोगी, कलायत: कलायत क्षेत्र में नलकूप कनेक्शन के नाम पर किसानों पर एक विशेष कंपनी के मोटर पंप थोपने का विवाद आखिरकार सुलझ गया है। प्रदेश सरकार ने अब एक कंपनी से मोटर खरीदने की बाध्यता को समाप्त करते हुए किसानों को खुले बाजार में सात कंपनियों से अपनी स्वेच्छा अनुसार मोटर पंप खरीदने की रियायत दी है। इसके साथ ही बिजली विभाग के माध्यम से इस प्रक्रिया को संजीदगी से पूरा किया जाएगा। कंपनी अब किसानों से मनचाहे दाम मोटर पंप के लिए वसूल नहीं पाएगी। किसानों को सात कंपनियों के साथ मोलभाव कर मोटर पंप खरीदने की सहूलियत रहेगी। सुभाष चंद, सुरेश कुमार, राजबीर सिंह, बलजीत सिंह, सत्यप्रकाश, राजेंद्र सिंह और दूसरे किसानों ने बताया कि नलकूप कनेक्शन के लिए जो मानदंड तय किए गए हैं उनका वे पालन कर रहे हैं। हरियाणा ग्रामीण बैंक में राशि लेकर मोटर पंप उपलब्ध न करवाना हर किसी के लिए उलझन का विषय बना रहा था उनकी यह मांग थी कि किसानों को एक कंपनी के साथ जोड़ने की बजाए बाजार में अन्य कंपनियों से पंप खरीदने के अधिकार प्राप्त हो ताकि किसानों को उचित दामों पर उपकरण मिले।