रुक-रुक कर हुई बूंदाबांदी गेहूं की फसल को फायदा
शुक्रवार सुबह मौसम में बदलाव होने के बाद रूक-रूक कर बरसात होती रही। इस बारिश से गेहूं सहित अन्य फसलों को फायदा होगा।
जागरण संवाददाता, कैथल:
शुक्रवार सुबह मौसम में बदलाव होने के बाद रूक-रूक कर बरसात होती रही। इस बारिश से गेहूं सहित अन्य फसलों को फायदा होगा।
बता दें कि इससे पहले एक सप्ताह से तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी। शुक्रवार सुबह पांच बजे मौसम में बदलाव के बाद बूंदाबांदी शुरू हो गई, इससे किसानों के चेहरे पर रौनक दिखाई दी। वहीं पिछले कई दिनों से दोपहर के समय गर्मी महसूस हो रही थी। जिसका असर गेहूं की फसल पर पड़ रहा था।
कैथल कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानी डा. रमेश चंद्र ने बताया कि तापमान में गिरावट से गेहूं की फसल को फायदा है। पिछले दिनों 30 डिग्री सेल्सियस पर अधिकतम तापमान पहुंच गया था, बूंदाबांदी के बाद अधिकतम तापमान 25 डिग्री व न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहा।
बाक्स-पीलापन आ रहा था गेहूं पर
बरसात नहीं होने से गेहूं की फसल में पीलापन का सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ था, अब बूंदाबांदी गेहूं की फसल के लिए लाभदायक है। अगले दो दिनों तक इसी प्रकार मौसम रहेगा तो गेहूं का अच्छा उत्पादन होगा। पिछले सप्ताह एक साथ मौसम में हुए बदलाव ने किसानों की चिता बढ़ा दी थी। किसानों का कहना है कि गेहूं की फसल के लिए तापमान कम होना जरूरी है, क्योंकि तापमान बढ़ने के बाद फसल जल्दी पकेगी तो इसका असर उत्पादन पर पड़ेगा। तापमान में अभी गर्मी की ज्यादा जरूरत नहीं है। मार्च के महीने में ठंड जरूरी है। सब्जियों की फसल के लिए मौसम अच्छा है।
वर्जन-बीमारियों से बचाव को रखें विशेष ध्यान शाह अस्पताल से चिकित्सक राजेश शर्मा ने बताया कि मौसम बदल रहा है। इस मौसम में बीमारियां बढ़ जाती है। बीमारियों से बचाव को लेकर विशेष ध्यान रखें।