उमंग कोविड सेंटर पर संक्रमण से उबरने पर मरीजों की करते काउंसलिंग
कोरोना महामारी के बीच उमंग पोस्ट कोविड सेंटर पर दंपत्ती डा. सुमित खरबंदा और मोनिका ड्यूटी दे रहे हैं। यह दोनों पति-पत्नी अपने परिवार की परवाह किए बिना ही बेहद निष्ठा से यहां कार्य कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना महामारी के बीच उमंग पोस्ट कोविड सेंटर पर दंपत्ती डा. सुमित खरबंदा और मोनिका ड्यूटी दे रहे हैं। यह दोनों पति-पत्नी अपने परिवार की परवाह किए बिना ही बेहद निष्ठा से यहां कार्य कर रहे हैं। डा. सुमित खरबंदा कैथल के जिला नागरिक अस्पताल तो डा. मोनिका खरबंदा कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा में स्थित सरकारी अस्पताल के आयुष विभाग में कार्यरत है।
खरबंदा दंपत्ति का कहना है कि कोरोना महामारी काल में यह समय है कि हम आपस में इंसानियत दिखाएं और एक-दूसरे के लिए बिना स्वार्थ के ही कार्य करें। ऐसा करने से हम एक स्वस्थ समाज बना सकते हैं। इसमें कोई शक नहीं कोरोना की जो महामारी हमारे सामने आई है, इस कारण काफी उथल-पुथल जरूर हुआ है। इस महामारी से घबराने की नहीं, बल्कि इसका डटकर सामना करने की जरूरत है।
ॉक्स : उमंग पोस्ट कोविड सेंटर में मानसिक रूप में किया जाता सशक्त :
डा. सुमित खरबंदा ने बताया कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों के तहत पूरे प्रदेश में उमंग पोस्ट कोविड सेंटर बनाए गए हैं। इसमें उन मरीजों की काउंसलिग की जाती है, जो लोग कोरोना संक्रमण के बाद ठीक हो चुके होते हैं। उन्होंने बताया कि इस सेंटर में आयुष विभाग में कार्यरत डाक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। जो काउंसलिग का कार्य कर रहे हैं। खरंबदा ने बताया कि उनकी पत्नी भी कुरुक्षेत्र के पिहोवा के सरकारी अस्पताल में कार्यरत हैं, जो होम आइसोलेशन में रहे कोरोना संक्रमितों की काउंसलिग करती है।
बॉक्स : बरत रहे सभी सावधानियां :
डा. सुमित खरबंदा ने बताया कोरोना काल होने के कारण वह ड्यूटी के बाद जब घर जाते हैं तो सभी प्रकार की सावधानियां बरतते हैं। परिवार के सदस्यों से दूरी बनाकर रखते हैं। अच्छे ढंग से सैनिटाइज होने के बाद ही सदस्यों से मिलते हैं। वह और या उनकी पत्नी दोनों ही कोविड-19 को लेकर जारी सभी हिदायतों का लगातार पालन करते हैं।