निस्वार्थ भाव से घरों की बजाय गुरुद्वारे में रहकर करते सेवा
शहर के मंजी साहिब गुरुद्वारा में स्थित लंगर घर में गुरु तेग बहादुर सेवा दल के सदस्य लगातार 12 घंटे तक भोजन बनाने में जुटे हुए हैं। सेवा दल के सदस्यों की ओर से की जा रही यह सेवा बिल्कुल निस्वार्थ भाव से की जा रही है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
शहर के मंजी साहिब गुरुद्वारा में स्थित लंगर घर में गुरु तेग बहादुर सेवा दल के सदस्य लगातार 12 घंटे तक भोजन बनाने में जुटे हुए हैं। सेवा दल के सदस्यों की ओर से की जा रही यह सेवा बिल्कुल निस्वार्थ भाव से की जा रही है। हालांकि लॉकडाउन के चलते सरकार की ओर से सभी लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी गई है, लेकिन गुरुद्वारे में करीब 50 सदस्य रोज खाना बनाने से लेकर उसे गरीबों तक बांटने का कार्य कर रहे हैं। इसमें 30 महिलाएं और 20 पुरूष शामिल हैं। यह सदस्य सुबह आठ बजे गुरुद्वारे में सेवा के लिए पहुंचते हैं, जो शाम को आठ बजे के बाद ही गरीबों तक खाना पहुंचाने के बाद वापिस घर जाते हैं।
खाना बनाने में कर रही सेवा
महिला मनजीत कौर ने बताया कि वैसे तो गुरुद्वारे में हमेशा ही निस्वार्थ भावना से सेवा की जाती है। लेकिन इस समय देश में विकट परिस्थिति है, जिसमें प्रत्येक देशवासी को इसमें सहयोग करने की जरूरत है। इसलिए वह लॉकडाउन के बाद से ही से गुरुद्वारे में खाना बनवाने में सहयोग कर रही हैं।
कुछ स्थानों पर खाना पहुंचाते हैं
गरीबों को खाना पहुंचाने में सहयोग कर रहे दल के सदस्य सन्नी सेठी ने बताया कि भोजन बनने के बाद वह सुबह ही इसके वितरण के लिए चले जाते हैं। जिला प्रशासन की ओर से गुरु तेग बहादुर दल को कुछ स्थानों की लिस्ट दी गई है, जहां पर वह खाना पहुंचाते हैं। इस स्थिति में वह मन से सेवा कर रहे है ताकि कोई भी गरीब भूखा न सो पाए।
लॉकडाउन तक जारी रहेगी सेवा
परमप्रीत ने बताया कि गुरुद्वारे में जहां आश्रितों को लंगर की सेवा दी जा रही है, वहीं लॉकडाउन के बाद से गरीबों को भी खाना खिलाने के लिए सेवा दल कार्य कर कर रहा है। यह सेवा लॉकडाउन के समाप्त होने तक जारी रहेगा।
निशुल्क भोजन करा रहे
गुरु तेग बहादुर दल के डायरेक्टर एडवोकेट मनिद्र सिंह और बलविद्र ढुल ने बताया कि सेवा दल पिछले लंबे समय से बिल्कुल निशुल्क गरीबों को भोजन करा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार से किसी का सहयोग न मांगकर सदस्यों की ओर से किया जा रहा है।