जिले को मिला नया हॉकी कोच, खिलाड़ियों को होगा फायदा
हॉकी देश का राष्ट्रीय खेल है। कैथल के गांव हाबड़ी में हॉकी खिलाड़ियों की भरमार है। गांव ने रवि कुमार व हरविद्र सिंह दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं और करीब 16 खिलाड़ी खेल के दम पर सरकारी नौकरी पा चुके हैं।
सुनील जांगड़ा, कैथल : हॉकी देश का राष्ट्रीय खेल है। कैथल के गांव हाबड़ी में हॉकी खिलाड़ियों की भरमार है। गांव ने रवि कुमार व हरविद्र सिंह दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं और करीब 16 खिलाड़ी खेल के दम पर सरकारी नौकरी पा चुके हैं।
गांव के करीब 200 खिलाड़ी रोजाना हॉकी का अभ्यास करते हैं। इनमें लड़के व लड़कियां शामिल हैं। हरियाणा स्तर की प्रतियोगिताओं में भी हाबड़ी के हॉकी खिलाड़ियों का पूरा दबदबा रहता है। हॉकी कोच बृजभूषण कई सालों से इन खिलाड़ियों को तराश रहे हैं। वे भी इसी गांव से संबंध रखते हैं और आज यहीं खिलाड़ियों को हॉकी सिखा रहे हैं। खिलाड़ियों के लिए एक ओर खुशी की बात है कि उन्हें अब दूसरा हॉकी कोच भी मिल गया है।
नए हॉकी कोच गुरबाज सिंह ने मंगलवार को अपना कार्यभार संभाल लिया है। गुरबाज भी इसी गांव का है और यहीं से हॉकी खेलकर खेल कोटे में कोच भर्ती हुआ था। उन्हें नूंह से कैथल भेजा गया है। अब दोनों कोच खिलाड़ियों को तराशने का काम करेंगे। वहीं दो दिन पहले ही खेल विभाग को नया स्टोर कीपर व एक चपरासी भी मिला है।
फिलहाल मिट्टी के मैदान में करते हैं अभ्यास
गांव के खिलाड़ी फिलहाल मिट्टी के मैदान में ही अभ्यास करते हैं। अब सरकार व खेल विभाग की ओर से गांव में नया सिनथेटिक स्टेडियम बनाया जा रहा है। इस स्टेडियम पर करीब साढ़े 11 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। स्टेडियम तैयार होने के बाद खिलाड़ियों के खेल में ज्यादा सुधार देखने का मिलेगा।
हॉकी के दो कोच हो गए
जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने बताया कि जिले को एक और नया हॉकी कोच मिल गया है। अब हॉकी के दो कोच हो गए हैं, जिससे अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को फायदा होगा। गांव हाबड़ी में करीब 200 खिलाड़ी हॉकी का अभ्यास करते हैं।