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प्याज के स्टॉक लेकर टीम ने का छापेमारी

प्याज की बढ़ती कीमतों के बाद स्टॉक व दाम को लेकर जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक की टीमों ने बृहस्पतिवार को जिला के कई स्थानों पर छापेमारी की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 09:55 AM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 09:55 AM (IST)
प्याज के स्टॉक लेकर टीम ने का छापेमारी
प्याज के स्टॉक लेकर टीम ने का छापेमारी

जागरण संवाददाता, कैथल : प्याज की बढ़ती कीमतों के बाद स्टॉक व दाम को लेकर जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक की टीमों ने बृहस्पतिवार को जिला के कई स्थानों पर छापेमारी की। जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक विरेंद्र सिंह की अगुवाई में शहर की नई सब्जी मंडी में छापे मारकर स्टॉक की जांच की। इस कार्रवाई के लिए विभाग की तरफ से 14 टीमों का गठन किया गया है। सभी टीमों ने अलग-अलग सात जगहों पर जांच की। प्याज के भाव बृहस्पतिवार को 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। इस कारण उपभोक्ताओं को प्याज खरीदने में परेशानी आ रही है। प्याज के बढ़े भाव ने रसोई के बजट को बिगाड़ दिया है। बढ़ती कीमतों के चलते कुछ दुकानदारों ने इसका स्टॉक करना शुरू कर दिया है, इसे लेकर सरकार के निर्देशानुसार विभाग की टीमों ने फिल्ड में निकलते हुए स्टॉक व बढ़ाए गए रेटों को लेकर जांच करनी शुरू कर दी है। टीम के अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान जहां पर स्टॉक और दाम में गड़बड़ी मिलती है, तो वहां पर दुकानदारों व आढ़तियों को नोटिस देने के निर्देश जारी किए गए हैं। आज शहर की सब्जी मंडियों व दुकानों में चेकिग कर प्याज के स्टॉक को जांचा।

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बॉक्स :

नहीं मिली कोई गड़बड़ी :

जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक विरेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार की हिदायत के अनुसार हॉल सेल का आढ़ती 250 क्विटल तक प्याज रख सकता है और रिटेल का दुकानदार 50 क्विटल तक प्याज रख सकता है। यदि इससे अधिक मात्रा में प्याज मिलता है तो उसके खिलाफ विभाग कार्रवाई कर सकता है। डीएफससी ने बताया कि विभाग की तरफ से यह छापेमारी कार्रवाई अगले कई दिनों तक निरंतर जारी रहेगी। अभी तक कहीं भी स्टॉक नियमों के अनुसार अधिक नहीं मिला है।


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