मंदिरों में पहरे के बीच भक्तजन करेंगे श्रीकृष्ण की उपासना
श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बुधवार को दूसरे दिन भी मनाया जाएगा। पहले दिन मंदिरों के अंदर श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की।
जागरण संवाददाता, कैथल: श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार बुधवार को दूसरे दिन भी मनाया जाएगा। पहले दिन मंदिरों के अंदर श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। मास्क के बिना मंदिरों में प्रवेश नहीं दिया गया। प्रमुख मंदिरों के पंडितों की माने तो गृहस्थ लोगों ने मंगलवार को जन्माष्टमी का व्रत रखा है। वहीं वैष्णव संप्रदाय के लोग आज जन्माष्टमी का त्योहार मनाएंगे।
पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। ऐसे में इस बार नक्षत्र और तिथि एक साथ नहीं मिल रहा है। अष्टमी मंगलवार सुबह 9:15 बजे से लग गई थी। पूरे दिन तक रही। इसी कारण कुछ लोग ने मंगलवार और कुछ लोग आज कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाएंगे। सुबह से लेकर रात 12 बजे तक जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा।
कोरोना संक्रमण से कार्यक्रम रद-
कोरोना संक्रमण बीमारी को देखते हुए इस बार क़ष्ण भगवान की झांकियां नहीं निकाली जाएगी। मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए दो गज की दूरी का ध्यान रखा जाएगा। मास्क लगाने वाले श्रद्धालुओं को मंदिरों में प्रवेश दिया जाएगा। हर वर्ष कैथल के ग्यारह रूद्री मंदिर में मेले का आयोजन किया जाता था लेकिन इस बार न तो प्रशासन की तरफ से मेले की इजाजत दी है। ना ही कोई मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। भीड़ न लगे इसके लिए पुलिस विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया है। पुलिस सुरक्षा के बीच पूजा अर्चना की। मंगलवार को पुलिस प्रशासन ने भी सभी मंदिरों का निरीक्षण किया और सभी पंडितो से जानकारी हासिल की। वहीं बुधवार को पुलिस सुरक्षा के बीच मंदिरों में पूजा अर्चना होगी।
बाजारों में सामान खरीदने वालों की भीड़ जुटी
इधर जन्माष्टमी को लेकर बाजारों में पूजन सामग्री दुकानों, मनिहारी दुकानों, श्री कृष्ण के भी मोर पंख, बांसुरी, झूले परिधान, मुकुट पगड़ी की दुकानों पर मंगलवार को भीड़ जुट रही है। स्टील और शीशे के बने आकर्षक झूले भी लुभा रहे हैं।
मंदिरों में श्री कृष्ण की मूर्ति की सफाई-
कुछ मंदिरों में श्री कृष्ण की मूर्ति की पुजारी सफाई करते हुए दिखाई दिए। आज श्री कृष्ण को झूलों पर झूलाएंगे।
बाक्स-न्यूटन स्कूल में जन्माष्टमी महोत्सव पर किया पौधारोपण
अखिल भारतीय मानव सेवा समिति ने न्यूटन पब्लिक स्कूल में जन्माष्टमी महोत्सव पर पौधारोपण किया। कार्यक्रम संयोजक जोगिदर ढूल ने बताया कि पारिजात, आंवला, चांदनी, बेलपत्र, अमरूद, गुलमोहर व अमलतास आदि के 21 पौधे लगाए गए। समिति प्रधान कुलदीप पुनिया ने कहा कि पारिजात देवताओं और लक्ष्मी जी का प्रिय पौधा है। पौधे वैसे भी देव स्वरूप होते हैं, क्योंकि ऑक्सीजन प्रदान कर स्वच्छ वातावरण का निर्माण करते हैं। विद्यालय के एमडी एवं शिक्षा सेल के संयोजक प्रवीण प्रजापति ने समिति के चेयरमैन सतपाल गुप्ता तथा समिति सदस्यों का स्वागत किया तथा पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी भी ली। डा.पवन थरेजा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। डॉ बीरबल दलाल, डॉक्टर संजीव थरेजा और सोमदत्त कौशिक ने कहा की पौधे लगाना जितना जरूरी है, उनकी देखरेख उससे भी ज्यादा जरूरी है। समिति की महिला प्रधान डा.राजकला पुनिया और पवनार स्कूल की एमडी राजश्री ढुल ने भी एक-एक पौधा लगाया। सुमेर सैनी ने पांच पौधे समिति को दान किए। इस अवसर पर सतपाल गुप्ता, जोगिद्र ढुल, कुलदीप पुनिया, प्रवीण प्रजापति, सोमदत्त कौशिक, अशोक अरोड़ा, शीशपाल चहल, डा.पवन थरेजा, डा.संजीव थरेजा उपस्थित रहे।