धान के फाने जलाने वालों पर कृषि विभाग की कार्रवाई, अब तक 15.57 लाख का जुर्माना वसूला
कृषि विभाग धान के फाने जलाने वाले किसानों पर शिकंजा कसने में लगा हुआ है। अब तक आठ किसानों पर विभाग ने एफआइआर दर्ज की है वहीं 623 किसानों से 15 लाख 57 हजार रुपये का जुर्माना विभाग अब तक वसूल चुका है।
जागरण संवाददाता, कैथल : कृषि विभाग धान के फाने जलाने वाले किसानों पर शिकंजा कसने में लगा हुआ है। अब तक आठ किसानों पर विभाग ने एफआइआर दर्ज की है, वहीं 623 किसानों से 15 लाख 57 हजार रुपये का जुर्माना विभाग अब तक वसूल चुका है। धान अवशेष को जलाने से रोकने के लिए जिलेभर में कुल 65 टीमों का गठन किया गया। इनमें कुल 266 सदस्य है। पटवारी, ग्राम सचिव व दो कृषि विभाग के सदस्यों की नियुक्ति एक टीम में की गई है। कलायत व राजौंद के कुछ में धान कटाई का कार्य चल रहा है। यहां धान पछेती फसल रहती है। कुछ हिस्से में किसानों ने कपास की फसल भी उगाई हुई है। धान के बचे अवशेषों में शाम के समय किसान आग लगाते हैं, ताकि किसी को पता न चल पाए।
धान फानों में आग लगाने के बढ़ते मामलों को लेकर जिला उपायुक्त प्रदीप दहिया स्वयं फिल्ड में उतरे थे। उपायुक्त ने गांव क्योड़क सहित अन्य क्षेत्रों का दौरा करते हुए आग लगा रहे किसानों को मौके पर ही पकड़ा था। कई किसानों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करते हुए जुर्माना भी लगाया था। उपायुक्त के निर्देशों के बाद गठित टीम गांव-गांव में पहुंची थी। प्रगतिशील किसान अंग्रेज गुराया ने कहा कि धान के अवशेषों में आग लगाने से खेत को काफी नुकसान होता है। उन्होंने आज तक भी अपने खेत में आग नहीं लगाई है। फानों को खेत में ही नष्ट करते हैं, इससे फसल की उर्वरक शक्ति बढ़ती है।
धान के फानों में आग लगाने से रोकने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद जो किसान आग लगा रहा है, उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। अब तक आठ किसानों पर एफआइआर दर्ज की जा चुकी है। 623 किसानों पर जुर्माना लगाते हुए 15 लाख 57 हजार की राशि वसूली जा चुकी है।
डा. कर्मचंद, कृषि उपनिदेशक।