जिला में बनाए जाएं शत-प्रतिशत शिक्षा मित्र : डीसी सुजान सिंह
डीसी सुजान सिंह ने कहा कि शिक्षकों और छात्रों को जोड़ने के लिए शिक्षा मित्र बनाए जा रहे हैं। अब तक जिला में 80 प्रतिशत शिक्षा मित्र बनाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल: डीसी सुजान सिंह ने कहा कि शिक्षकों और छात्रों को जोड़ने के लिए शिक्षा मित्र बनाए जा रहे हैं। अब तक जिला में 80 प्रतिशत शिक्षा मित्र बनाए गए हैं। सभी अधिकारी शत-प्रतिशत शिक्षा मित्र बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाएं। इसके अलावा सीसीटी यानि क्रिएटिव एंड क्रिटिकल थिकिग स्कीम चलाई गई है। इसमें राजौंद खंड शामिल किया गया है। इस योजना में सातवीं, आठवीं व नौवीं कक्षाओं में हिदी, गणित व साइंस विषय को शामिल किया गया है। इसका टेस्ट होने के बाद थर्ड पार्टी एसेसमेंट भी होगा। शिक्षकों को ट्रेनिग के माध्यम से इस योजना के बारे में पूरी जानकारी दी जाए। डीसी शिक्षा विभाग की सक्षम योजना के अंतर्गत संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में अधिकारी व शिक्षक पोर्टल पर डाटा को समय पर अपडेट करवाएं ताकि मुख्यालय स्तर पर समीक्षा सही हो। सभी पूरी कर्मठता और गंभीरता से कार्य करते हुए जिले में बना जा रहे शिक्षा मित्र शति प्रतिशत हों ताकि विद्यार्थियों को पूरा लाभ हो सके। इस कार्य में सक्षम युवाओं व रिटायर्ड शिक्षकों की मदद भी ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि सीसीटी स्कीम के तहत राजौंद में शिक्षकों को पूर्ण जानकारी दी जा रही है, लेकिन स्कूूल खुलने से पहले इसकी पूर्ण तैयारी की जाए ताकि इस योजना का क्रियान्वयन अच्छा हो और जिला की प्रगति रिपोर्ट अच्छी रहे। सभी शिक्षक पढ़ाई को रोचकता पूर्ण बनाने के लिए प्लान तैयार करें ताकि विद्यार्थी इन विषयों की पढ़ाई भी रोचकता से करें।
उन्होंने कहा कि पहली से 12वीं कक्षा में बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और वन-टू-वन बच्चों पर ट्रैक करके निगरानी की जा रही है। विद्यार्थियों की साप्ताहिक क्विज प्रतियोगिताएं भी करवाई जाती हैं। दीक्षा पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों की ट्रेनिग करवाई जा रही है। गत वर्ष सुपर 100 में जिले से 39 विद्यार्थी चयनित हुए थे, जिसमें कैथल हरियाणा में दूसरे स्थान पर रहा था। आगे भी इससे अच्छा कार्य करें ताकि जिला प्रथम स्थान पर रहे।
इस मौके पर सीएमजीजीए पंखुड़ी गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर सिरोही, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दलीप सिंह, डाइट प्रिसिपल डा.सुदेश सिवाच, आइटीआइ प्रिसिपल सतीश कुमार, अजयवीर सिंह, बीईओ कृष्ण कुमार, सुरेश कैंदल, गिरीश कौशिक, सुदर्शन शर्मा, गोपीचंद व नरेंद्र बाल्याण मौजूद रहे।