कांग्रेस से प्रेरित लोग ही कृषि कानूनों को लेकर कर रहे आंदोलन : भूपेश्वर दयाल
मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने कहा कि किसानों के हितैषी होने का दावा करने वाले और खुद को किसान नेता बताने वाले लोग देश के किसी भी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़कर देख लें।
संवाद सहयोगी, पूंडरी: मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने कहा कि किसानों के हितैषी होने का दावा करने वाले और खुद को किसान नेता बताने वाले लोग देश के किसी भी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़कर देख लें। ओएसडी पूंडरी के मां बगलामुखी धाम में आयोजित 72 घंटे अखंड महायज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में भाग लेने के लिए आए हुए थे। इस मौके पर यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य राजीव कौशिक द्वारा मां बगलामुखी के मंत्रों से यज्ञ में आहुति डलवाई गई। बातचीत में भूपेश्वर दयाल ने कहा कि कांग्रेस से प्रेरित चंद लोग ही कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस अपनी राजनीतिक जमीन खो चुकी है और उसे दोबारा पाने के लिए ओच्छे हथकंडे अपनाकर किसानों को सरकार के खिलाफ बरगलाने का काम कर रही है। कृषि कानूनों में ये कहीं नहीं है कि मंडियां खत्म होंगी व किसान की जमीन छीनी जाएगी। आज जो लोग किसान आंदोलन को लीड कर रहे है, उनमें से गुरनाम चढूनी जैसे लोग चुनाव लड़ चुके हैं और अपनी जमानत तक भी नहीं बचा पाए।
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साइलो में गेहूं देने से बचत
भूपेश्वर दयाल साथ ही यह भी कहा कि मंडी की बजाय जो किसान सीधे तौर पर साइलो गोदामों में ले जाने वाले किसानों को प्रति ट्राली दो हजार रुपये तक की बचत हो रही है और आढ़तियों को उनकी आढ़त मिल रही है। साइलो गोदाम न्यू तकनीक के भंडारण करने के गोदाम है, जिनमें अनाज को सुरक्षित रखा जाता है। पहले के गोदामों में अनाज सुरक्षित भी नहीं था और खराब भी हो जाता था। केंद्र सरकार की अनाज का भंडारण करने के लिए वर्ष 2019 की स्कीम है। उन्होंने कहा कि 2022 मे उत्तरप्रदेश में चुनाव हैं। राकेश टिकैत किसी भी सीट से चुनाव लड़कर अपनी लोकप्रियता दिखा दें।