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दो खेल नर्सरियों में नहीं मिले कोच और खिलाड़ी, मांगा स्पष्टीकरण

खेल विभाग की ओर से एक अगस्त से जिले में 27 नई खेल नर्सरियां शुरू की गई थी। हर खेल नर्सरी में 25 बच्चे व एक कोच तैनात किया गया था। शुरू की गई सभी खेल नर्सरियां ठीक चल रही हैं या नहीं इसके लिए जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने औचक निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 08:25 AM (IST)Updated: Fri, 23 Aug 2019 08:25 AM (IST)
दो खेल नर्सरियों में नहीं मिले कोच  और खिलाड़ी, मांगा स्पष्टीकरण
दो खेल नर्सरियों में नहीं मिले कोच और खिलाड़ी, मांगा स्पष्टीकरण

सुनील जांगड़ा, कैथल : खेल विभाग की ओर से एक अगस्त से जिले में 27 नई खेल नर्सरियां शुरू की गई थी। हर खेल नर्सरी में 25 बच्चे व एक कोच तैनात किया गया था। शुरू की गई सभी खेल नर्सरियां ठीक चल रही हैं या नहीं इसके लिए जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने औचक निरीक्षण किया। खेल अधिकारी ने पूंडरी, कैथल, सीवन व कलायत ब्लाक में खोली गई नर्सरियों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 11 नर्सरियों में व्यवस्था जांची गई। इस दौरान पूंडरी ब्लाक में शुरू हुई दो खेल नर्सरियों में ना तो कोई भी खिलाड़ी पाया गया और ना ही कोई कोच मौके पर मिला। इसके अलावा नौ खेल नर्सरियों में कोच भी मिले और खिलाड़ी भी अभ्यास करते हुए पाए गए। जिन नर्सरियों में कोच और खिलाड़ी नहीं पाए गए हैं उन स्कूलों को जिला खेल विभाग की ओर से स्पष्टीकरण देने का नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में उनसे खिलाड़ी व कोच के न होने के बारे में पूछा गया है। अगर स्कूल ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो उसकी रिपोर्ट तैयार कर विभाग को भेज दी जाएगी और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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सुबह-शाम करवाना होता है अभ्यास

जिस स्कूल में खेल नर्सरी खोली जाती है वहां खिलाड़ियों को सुबह और शाम संबंधित खेल का अभ्यास करवाना होता है। इस बार स्कूलों को ही नर्सरियों में सामान उपलब्ध करवाना है। सरकार व विभाग की ओर से खिलाड़ियों के रहने, खाने सहित आर्थिक सहायता की जाती है। एक खेल नर्सरी पर विभाग का करीब एक लाख रुपये महीने का खर्च होता है। ऐसे में इतने पैसे खर्च करने के बाद भी अगर खिलाड़ियों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं तो ऐसी नर्सरियों पर कार्रवाई होना तय है।

स्कूलों को दिए गए थे सख्त निर्देश

स्कूलों में खेल नर्सरियां शुरू करने से पहले स्कूल मुखियों को विभाग के नियमों का पालन करने के सख्त आदेश दिए गए थे। उन्हें यह भी कहा गया था कि अगर नियमों पर खरा नहीं उतरे को नर्सरियों को रद भी किया जा सकता है। स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल विभाग की ओर से नर्सरियां शुरू की गई थी।

नर्सरियों का निरीक्षण किया

जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने बताया कि एक अगस्त को जिले में 27 नई खेल नर्सरियां शुरू की गई थी। खिलाड़ियों को अभ्यास करवाया जा रहा है या नहीं इसके लिए नर्सरियों का निरीक्षण किया गया। चार ब्लाकों में 11 खेल नर्सरियों की व्यवस्था जांची गई, जिसमें से पूंडरी ब्लाक की दो नर्सरियों में ना कोच पाए गए ना ही खिलाड़ी। दोनों स्कूलों को स्पष्टीकरण का नोटिस जारी किया गया है।


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