सीएम फ्लाइंग के छापे में आठ कर्मी मिले गैर हाजिर
सीएम फ्लाइंग ने बुधवार सुबह हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) कार्यालय में छापा मारा। इस दौरान यहां आठ कर्मचारी गैर हाजिर मिले। वहीं पीने के पानी की सुविधा सहित काफी खामियां मिली। कार्यालय में कामकाज के लिए पहुंचे लोगों ने टीम अधिकारियों के समक्ष शिकायतों को रखा। बोले कि रिक्त पड़े पदों के कारण कामकाज प्रभावित हो रहा है। कई माह से चक्कर लगा रहे लोग वापस लौटने को मजबूर हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल: सीएम फ्लाइंग ने बुधवार सुबह हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) कार्यालय में छापा मारा। इस दौरान यहां आठ कर्मचारी गैर हाजिर मिले। वहीं पीने के पानी की सुविधा सहित काफी खामियां मिली। कार्यालय में कामकाज के लिए पहुंचे लोगों ने टीम अधिकारियों के समक्ष शिकायतों को रखा। बोले कि रिक्त पड़े पदों के कारण कामकाज प्रभावित हो रहा है। कई माह से चक्कर लगा रहे लोग वापस लौटने को मजबूर हैं। एसडीसी और एसडीई के पद कई माह से रिक्त पड़े हुए हैं, वहीं सिस्टम इंजीनियर और सिस्टम ऑफिसर के पद पर अनुबंध पर लगे कर्मचारियों के हटाने से फाइल पेंडिग पड़ी हुई हैं। निरीक्षण टीम ने यहां मिली खामियों को रिकार्ड करते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को रिपोर्ट करने की बात कही है। करीब डेढ़ घंटे तक टीम की यहां कार्रवाई चली। इस दौरान पिछले 15 दिनों में हुए कार्यो का रिकार्ड भी देखा।
ये कर्मचारी मिले गैर हाजिर
एचएसवीपी कार्यालय में 18 नियमित और नौ अनियमित कर्मचारी हैं। बुधवार को जब सीएम फ्लाइंग ने छापा मारा तो इनमें से जेई हरिसिंह, काउंटर सहायक मनीष राठी, डांटा एंट्री ऑपरेटर निशा, चौकीदार तरसेम सिंह, सिस्टम ऑफिसर शुभम, सिस्टम इंजीनियर अभिषेक सहित अन्य दो कर्मचारी गैर हाजिर मिले।
वहीं विभागीय अधिकारियों ने कहा कि इनमें से कई कर्मचारी तो छुट्टी लेकर गए हैं। वहीं दो कर्मचारी जो अनुबंध आधार पर हैं उनकी समय अवधि समाप्त हो चुकी है। दूसरी तरफ यहां कामकाज के लिए आए लोगों ने कहा कि पीने का पानी तक कार्यालय में नहीं है। कर्मचारी सीटों पर नहीं मिलते। कई-कई दिनों तक चक्कर लगाने के बाद भी काम नहीं होता। कर्मचारी कार्यालय में लेट आते हैं और समय से पहले ही निकल जाते हैं।
अटकी पड़ी है फाइलें, चक्कर काट रहे लोग
एसडीसी और एसडीई के रिक्त पड़े पदों के कारण 13 फाइलें अटकी हुई हैं, वहीं जेई के पद पर भी अभी नियुक्त हुई है। 12 के करीब फाइल यहां अटकी हुई हैं। सिस्टम ऑफिसर के न होने से 26 फाइलें अधूरी पड़ी हुई हैं।
कई माह से लगा रहा हूं चक्कर :
हुडा सेक्टर 19 निवासी रजत खुरानियां ने बताया कि मकान को ट्रांसफर करवाने के लिए कई माह से चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पांच हजार रुपये फीस भी जमा करवाई जा चुकी है, लेकिन आज तक भी काम नहीं हुआ है।
मकान नाम करवाने के लिए आ रही दिक्कत
उचाना निवासी ऋषिपाल ने बताया कि हुडा सेक्टर 18 में मकान लिया था, लेकिन मकान ट्रांसफर करवाने के लिए चक्कर लगा रहा हूं, कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
रोजाना लगा रहे चक्कर
हुडा सेक्टर निवासी राजबीर ढुल ने बताया कि एसडीसी और एसडीई की आइडी न चलने के कारण काम रूका हुआ है। रोजाना यहां चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। सीनियर अधिकारियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
औचक निरीक्षण किया
सीएम फ्लाइंग टीम के इंचार्ज डीएसपी रविद्र कुमार ने बताया कि कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया है। इस दौरान आठ कर्मचारी गैर हाजिर मिले हैं। इसके अलावा पीने के पानी की सुविधा नहीं है। कई कर्मचारियों के रिक्त पड़े पदों के कारण लोगों के कामकाज अधूरे पड़े हुए हैं। यहां मिली खामियों को लेकर सीनियर अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।