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मुख्यमंत्री सुंदर्यीकरण योजना ने बदली सैकड़ों स्कूलों की तस्वीर

पाक्षिक प्लान की खबर - योजना के तहत इनाम पाने को स्कूलों के बीच बढ़ी प्रतिस्पर्धा फोटो नंबर

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Jan 2018 08:57 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jan 2018 08:57 PM (IST)
मुख्यमंत्री सुंदर्यीकरण योजना ने बदली सैकड़ों स्कूलों की तस्वीर
मुख्यमंत्री सुंदर्यीकरण योजना ने बदली सैकड़ों स्कूलों की तस्वीर

पाक्षिक प्लान की खबर

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- योजना के तहत इनाम पाने को स्कूलों के बीच बढ़ी प्रतिस्पर्धा

फोटो नंबर : 24

जागरण संवाददाता, कैथल : मुख्यमंत्री सुंदर्यीकरण योजना से जिले के सैकड़ों स्कूलों की तस्वीर बदल गई है। 2011 में योजना को लागू किया गया था। जब योजना लागू की गई थी तो प्रतिस्पर्धा कम थी। भाग लेने वाले स्कूल आसानी से योजना के तहत इनाम राशि जीतने में कामयाब हो गए थे। अच्छी खासी इनाम राशि होने के कारण स्कूल योजना में दिलचस्पी लेने लगे। अब तक सैकड़ों स्कूल ऐसे हैं जो ब्लॉक स्तर पर यह पुरस्कार जीत चुके हैं। हर साल एक स्कूल को जिला स्तर पर भी सम्मानित किया जाता है। ब्लॉक स्तर पर एसडीएम और जिला स्तर पर एडीसी की अध्यक्षता में गठित टीम स्कूलों का निरीक्षण कर इनका चयन करती हैं। हर साल आयोजित होने वाली प्रतिस्पर्धा में सभी स्कूल भाग ले सकते हैं। योजना के तहत ब्लॉक स्तर पर प्रथम रहने वाले स्कूल को 50 हजार, जिला स्तर पर प्रथम रहने वाले स्कूल को एक लाख रुपये इनाम राशि के रुप में दी जाती है। राज्य स्तर पर यह राशि बढ़कर पांच लाख रुपये हो जाती है।

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राज्य स्तर पर पिछड़ा जिला

योजना के तहत हर साल राज्य स्तर पर भी प्रतियोगिता होती है। योजना के तहत यहां विजेता स्कूल को पांच लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। अब तक जिले के किसी भी स्कूल को यह पुरस्कार नहीं मिला पाया है।

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हर साल 26 जनवरी पर किया जाता है सम्मानित

विजेता स्कूलों को हर वर्ष 26 जनवरी पर इनामी राशि देते हुए सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष अब तक ब्लॉक स्तर पर प्रथम रहने वाले 24 स्कूलों का चयन किया जा चुका है। जिला स्तर पर अभी इनमें से कौन बाजी मारेगा इसके लिए स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है।

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इन श्रेणियों में होती है प्रतियोगिता

योजना के तहत ब्लॉक स्तर पर प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। चारों श्रेणी में सभी छह ब्लॉकों में से एक-एक स्कूल का चयन किया जाता है। यानि जिले में हर साल छह ब्लॉकों में चार श्रेणियों में 24 स्कूलों का चयन किया जाता है। इन्हीं में सबसे सुदंर स्कूल का चयन जिला स्तर के लिए होता है।

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ये हैं जिला स्तर के प्रतिभागी स्कूल

ब्लॉक स्तर पर प्रथम आए स्कूल में प्राथमिक स्कूलों की श्रेणी में गुहला का गांव खरौदी प्राथमिक स्कूल, कलायत में गांव बालू, पूंडरी में गांव बिशनपुरी पाई, राजौंद में नगर राजौंद, सीवन में हरिजन बस्ती, कैथल में गांव धूमन पट्टी क्योड़क प्रथम रहे हैं।

- माध्यमिक श्रेणी में गुहला में थेहनेवल, कलायत में ब्राह्मणी वाला, पूंडरी में गांव बंदराना, राजौंद में नरवल, सीवन में डोहर, कैथल में धौंस।

- उच्च श्रेणी में गुहला से टटियाणा, कलायत में खरक पांडवा, पूंडरी से चुहड़माजरा, राजौंद में खेड़ी ¨सबल, सीवन में पापसर, कैथल सिरटा स्कूल प्रथम रहा।

- वरिष्ठ माध्यमिक श्रेणी में गुहला से गुहला नगर का स्कूल, कलायत में बात्ता, राजौंद में सौंगरी गुलियाणा, पूंडरी में टयौंठा, सीवन में सीवन लड़कों का स्कूल, कैथल में संयुक्त रुप से गांव बुढ़ा खेड़ा और टीक प्रथम रहे।

वर्जन

स्कूलों में निरीक्षण करने जाते हैं तो योजना कितनी कामयाब हुई है इसका पता चलता है। जिले में कुछ स्कूल तो ऐसे हैं जो टॉप के निजी स्कूलों को सौंदर्य के मामले मात देते हैं। हर साल ऐसे स्कूलों की संख्या बढ़ रही है।

- शमशेर ¨सह सिरोही, जिला शिक्षा अधिकारी कैथल।


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