कपड़ा व्यापारियों को बजट में महंगाई से राहत की उम्मीद
फरवरी में आम बजट पेश हो रहा है। इसको लेकर कपड़ा व्यापारी को काफी उम्मीदें है। इस बजट में व्यापारियों को महंगाई से राहत मिलने की आस है। कपड़ा व्यापारी बजट में कलस्टर के तौर पर विकसित करने व कपड़े पर लगाए जीएसटी हटाने की मांग कर रहे है
जागरण संवाददाता, कैथल : फरवरी में आम बजट पेश हो रहा है। इसको लेकर कपड़ा व्यापारी को काफी उम्मीदें है। इस बजट में व्यापारियों को महंगाई से राहत मिलने की आस है। कपड़ा व्यापारी बजट में कलस्टर के तौर पर विकसित करने व कपड़े पर लगाए जीएसटी हटाने की मांग कर रहे है। व्यापारियों का कहना है कि अभी कपड़े पर पांच फीसद जीएसटी लग रहा है। इस कारण कपड़ा का काम धंधा चौपट हो रहा है बचत कम व लागत ज्यादा लग रही है। अगर सरकार की तरफ से जीएसटी को खत्म कर दिया जाए तो कपड़े का धंधा अच्छा चल सकता है। सरकार की तरफ से बजट कपड़ा व्यापारियों को ध्यान में रखकर पेश करना चाहिए। ताकि कपड़ा व्यापारी का अच्छा धंधा चल सके।
जीएसटी को सरकार करे बंद
कपड़ा व्यापारी सचिन धमीजा का कहना है कि सरकार की तरफ से जो कपड़ा व्यापार पर जीएसटी कर लगाया गया है, इसको बंद करने की आवश्यकता है। अभी कपड़े पर पांच प्रतिशत जीएसटी लग रहा है। इससे कपड़े पर महंगाई बढ़ी है। मार्केट में कपड़ा का काम धंधा मंदा हो गया है। कपड़े की कीमत में वृद्धि हुई है। धागा के दाम आसमान छू रहे हैं। सरकार की तरफ से जीएसटी को खत्म कर दिया जाए तो कपड़ा व्यापारियों को अच्छा धंधा चल सकता है। सरकार से इस बजट में जीएसटी कर खत्म करने की मांग करते है।
सरकार की तरफ से बनाई जाएं नई नीतियां
कपड़ा व्यापारी सुभाष मक्कड़ का कहना है कि मार्केट में कपड़ा की डिमांड बढ़ाने के लिए सरकार को नीतियां बनाई जानी की आवश्यकता है। सरकार द्वारा नीतियों में बदलाव किया जाता है तो कपड़े की खरीदारी बढ़ेगी। कपड़ा की व्यापारियों द्वारा ज्यादा खरीदारी की जाएगी। नीतियों द्वारा कपड़ा प्रोत्साहन से ग्राहकों की संख्या बढ़ सकती है। सरकार को इस बजट में अलग से नीतियां बनाने की आवश्यकता है।
टैक्स में दी जाए छूट
कपड़ा व्यापारी राजकुमार का कहना है कि सरकार की तरफ से टेक्स मे छूट दी जाने की आवश्यकता है। कपड़ा व्यापारी का कपड़ा कई बार कई महीनों तक बिक नहीं पाता है। इसके बावजूद भी उन्हें पूरा टैक्स देना होता है। पहला कपड़ा व्यापारी को कपड़े में नुकसान होता है दूसरा टेक्स पूरा देना होता है। सरकार से मांग करते है कि इस बजट में इन्कम टैक्स की छूट देकर राहत दी जाए।
ऑनलाइन कपड़े की खरीदारी हो बंद
कपड़ा व्यापारी अमीरचंद का कहना है कि सरकार को ऑनलाइन कपड़े की खरीदारी को बंद करने की आवश्यकता है। ऑनलाइन से बाजारों में ग्राहकों की संख्या कम हो गई है। ग्राहक दुकान पर कपड़ा देखकर ऑनलाइन प्राप्त कर लेते है इससे कपड़ा व्यापारियों को नुकसान हो रहा है। जब से ऑनलाइन खरीदारी शुरू हुई है जब से ग्राहकों की संख्या भी कम हुई है। सरकार को बजट में इस प्रणाली के विरोध में बिल प्रस्तुत करना चाहिए, ताकि यह प्रणाली बंद हो सके। ताकि ग्राहक बाजार से ही वस्तु खरीदने के लिए पहुंचे।