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बीमा पॉलिसी के नाम पर हेराफेरी करने वाले आरोपितों पर केस दर्ज

बीमा पॉलिसी के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 09:23 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 09:23 AM (IST)
बीमा पॉलिसी के नाम पर हेराफेरी  करने वाले आरोपितों पर केस दर्ज
बीमा पॉलिसी के नाम पर हेराफेरी करने वाले आरोपितों पर केस दर्ज

जागरण संवाददाता, कैथल : बीमा पॉलिसी के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में क्योड़क गांव निवासी आर्मी से सेवानिवृत कैप्टन नरेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि उसने अपने नाम से बीमा पॉलिसी करवाई हुई है। इनमें एसबीआइ लाइफ इन्श्योरेंस साल 2012, एसबीआइ लाइफ इन्श्योरेंस साल 2017, रिलायंस निप्पन लाइफ इश्योरेंस साल 2018, रिलायंस निप्पन लाइफ इन्श्योरेंस साल 2019 रिलायंस निष्पन लाइफ इसयोरेंस साल 2019 एचडीएफसी लाइफ इन्श्योरेंस साल 2019 करवाई हुई है। उपरोक्त पॉलिसी नंबर एक में एक साल का प्रीमियम 41000 रुपये पॉलिसी नंबर 2 का एक साल का प्रीमियम एक लाख रुपये, पॉलिसी नंबर तीन का एक साल का प्रीमियम 86153 रुपये, पॉलिसी नंबर चार का एक साल का प्रीमियम एक लाख 459 रुपये पॉलिसी नंबर पांच का एक साल का प्रीमियम 99999 रुपये व पॉलिसी नंबर छह का एक साल का प्रीमियम 94737 रुपये बनता है।

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शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि अप्रैल 2019 में उसके पास से एक मोबाइल से फोन आया कि कहा कि वे अनन्या मिश्रा भारतीय जीवन बीमा इंडिया लि. से बोल रही हूं कि आपके नाम जो बीमा पॉलिसी हैं उन सबकी मैच्योरिटी टाइम से पहले इकक्ठी ही करवा दूंगी, इससे उन्हें सारा पैसा इक्ट्ठा मिल जाएगा, इसके लिए उन्हें संबंधित ऑफिस से एनओसी करवानी होगी और इसके लिए 1 लाख 80 हजार रुपये देने होंगे।

शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके लिए उन्होंने उनका खाता नंबर, आइएफएससी कोड नंबर, आइसीआइसीआइ व 80 हजार रुपये जमा करवाने की बात कही। उसने 30 मई को उक्त रकम जमा करवा दी। 10 जून 2019 को एक लाख रुपये उक्त खाता में जमा करवा दिए। उपरोक्त रकम जमा करवाने के बाद अनन्या मिश्रा ने कहा कि उनकी फाइल अकाउंट ब्रांच मे पंकज बस्ती के पास भेज दी है। इसके बाद पंकज बस्ती ने उन्हें फोन पर कहा कि जीएसटी अदा करनी पड़ेगी, इसके लिए एक लाख 48 हजार रुपये 27 जन 2019 को फिर बैंक में जीएसटी के रूप में जमा करवा दिए। चार जुलाई 2019 को 1.23 लाख रुपये व 16 जुलाई को को जिसका यूटीआर नंबर- एसबीआइएन-319197113676 बतौर जीएसटी के रूप में अदा किए ।

शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके बाद आरके श्री वास्तव ने अपने मोबाइल से फोन करके कहा कि वे गर्वनिग बॉडी जरनल इन्श्योरेंस से बोल रहा है, आपके साथ धोखा हुआ है। वे इन्श्योरेंस की रकम व एनओसी की रकम, जीएसटी की रकम उन्हें वापस रिफंड करवा देगा, इसके लिए दोबारा जीएसटी का पैसा 1 लाख 89 हजार रुपये अदा करना है। उक्त रकम भी उन्होंने खाता में जमा करवा दी। 15 नवंबर 2019 को फोन आए कि वे भारतीय इन्श्योरेंस इंडिया कंपनी से बोल रहे हैं, बताया कि उक्त राशि 2495000 रुपये बनती है, इसे 198000 रुपये जीएसटी अदा करनी है, यदि यह राशि भेज दोगे तो सारी अदायगी करवा देंगे। इसके बाद गोलमाल लगने पर शिकायतकर्ता ने इस मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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