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महिलाओं के हकों की लड़ाई लड़ने वाला हो प्रत्याशी

विधानसभा चुनाव में जिले के मतदाताओं में आधी आबादी महिलाओं की है। साढ़े तीन लाख के करीब संख्या में महिला मतदाता हैं। चुनाव को लेकर महिलाओं से बातचीत की गई। कामकाजी व नौकरीपेशा महिलाओं से उनके मुद्दों पर जानकारी हासिल की गई। महिलाओं का कहना था कि महिलाओं के हकों की आवाज उठाने वाले प्रत्याशी का समर्थन करना चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 09:00 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 09:00 AM (IST)
महिलाओं के हकों की लड़ाई लड़ने वाला हो प्रत्याशी
महिलाओं के हकों की लड़ाई लड़ने वाला हो प्रत्याशी

जागरण संवाददाता, कैथल :

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विधानसभा चुनाव में जिले के मतदाताओं में आधी आबादी महिलाओं की है। साढ़े तीन लाख के करीब संख्या में महिला मतदाता हैं। चुनाव को लेकर महिलाओं से बातचीत की गई। कामकाजी व नौकरीपेशा महिलाओं से उनके मुद्दों पर जानकारी हासिल की गई। महिलाओं का कहना था कि महिलाओं के हकों की आवाज उठाने वाले प्रत्याशी का समर्थन करना चाहिए। महिलाओं के मुख्य मुद्दे एक तो सुरक्षा की दृष्टि से कड़े कदम उठाने चाहिए, शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ावा देते हुए लड़कियों के लिए स्कूल व कॉलेज खोले जाएं। लड़कियों के लिए गांव से शिक्षण संस्थान तक बस सुविधा हो। जिले में 7 लाख 64 हजार 888 मतदाता हैं, इनमें से 3 लाख 56 हजार 919 महिला मतदाता हैं। जिले में कुल 57 प्रत्याशियों में से पांच महिलाएं इस चुनावी मैदान में हैं।

महिलाओं के हकों का ध्यान रखने वाला हो प्रत्याशी : उषा

गृहिणी ऊषा रानी ने कहा कि वर्तमान सरकार की ओर से महिलाओं की सुरक्षा को कड़े कदम उठाए हैं। जहां महिला थाना हर जिले में खोला गया है, वहीं दुर्गा शक्ति अभियान चलाकर महिलाओं को सुरक्षा प्रदान की जा रही है। उनकी मुख्य मांग है कि स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाली बेटियों के लिए बस सुविधा भी मुहैया करवाई जाए, ताकि बेटियों को सफर के दौरान कोई दिक्कत न आए।

नेतृत्व ऐसा चुने जो जमीनी स्तर पर करें कार्य : शर्मा

एडवोकेट किरण शर्मा ने कहा कि नेतृत्व ऐसा होना चाहिए, जो जमीनी स्तर पर जनता के विकास के कार्य करें। चुनावों में प्रचार के दौरान तो महिलाओं के हकों की बातें होती हैं, लेकिन बनने के बाद कोई भी इस तरफ ध्यान नहीं देता। महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दों की बात करने वाले प्रत्याशियों का समर्थन करना चाहिए। पढ़े-लिखे व साफ छवि के प्रत्याशी को ही अपनी वोट का समर्थन करें।

ग्रामीण अंचल में बेटियों को मिले उच्च शिक्षा : पूनम

अध्यापिका पूनम रानी ने बताया कि हमारे प्रदेश में वर्तमान सरकार में चलाई गई बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम के तहत लिगानुपात में काफी हद तक सुधार हुआ। जिसकी बदौलत पूरे हरियाणा का भारत में इस अभियान के तहत डंका बज रहा है। यह काफी सराहनीय है। ऐसे प्रत्याशी का चुनाव किया जाएगा, जिसका महिलाओं की नजरों में भी काफी सकारात्मक परिदृश्य होगा। वह महिलाओं का सम्मान करने के साथ उनके लिए विशेष योजनाएं चलाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में भी ग्रामीण अंचल में बेटियों को उच्च शिक्षा देने के लिए योजना चलाने वाले प्रत्याशी के पक्ष में ही मतदान किया जाएगा।


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