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जून तक डिपो की 15 बसें हो जाएगी कंडम

रोडवेज विभाग में बसों को लेकर अब ओर ज्यादा परेशानी बढ़ने वाली है। जून माह तक 15 बसें कंडम हो जाएगी। इनमें से पांच बसों की वैधता मार्च चार की अप्रैल व नौ बसों की वैधता जून माह तक की है जो अपने आठ लाख किलोमीटर पूरे कर लेंगी। इनकी आयु सीमा आठ वर्ष भी पूरी हो जाएगी। इससे बसों की संख्या में कमी आएगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Jan 2021 06:47 AM (IST)Updated: Sat, 09 Jan 2021 06:47 AM (IST)
जून तक डिपो की 15 बसें हो जाएगी कंडम
जून तक डिपो की 15 बसें हो जाएगी कंडम

सोनू थुआ, कैथल:

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रोडवेज विभाग में बसों को लेकर अब ओर ज्यादा परेशानी बढ़ने वाली है। जून माह तक 15 बसें कंडम हो जाएगी। इनमें से पांच बसों की वैधता मार्च, चार की अप्रैल व नौ बसों की वैधता जून माह तक की है, जो अपने आठ लाख किलोमीटर पूरे कर लेंगी। इनकी आयु सीमा आठ वर्ष भी पूरी हो जाएगी। इससे बसों की संख्या में कमी आएगी। पिछले पांच सालों में कैथल डिपो को 14 रोडवेज, पांच मिनी बसें मिली हैं। 15 किलोमीटर स्कीम की बसें हैं, लेकिन कंडम 37 पहले ओर अब 15 बसें कंडम हो जाएगी। डिपो के पास 200 बसों की स्वीकृति है, लेकिन जून के महीने तक विभाग के बेड़े में 111 बसें ही रह जाएंगी। पहले से ही परेशानी झेल रहे डिपो को और अब ज्यादा समस्या बढ़ने वाली है।

नई बस की आयु सीमा आठ वर्ष -

नई रोडवेज बस जब बेड़े में शामिल होती है तो उसकी आयु सीमा व किलोमीटर तय होते हैं। नई बस की आयु सीमा आठ वर्ष होती है। इनको आठ वर्ष तक रूटों पर दौड़ाया जाता है और आठ लाख किलोमीटर तय करने होते हैं। जब बसों की आयु और किलोमीटर पूरे हो जाते हैं तो बसों को कंडम घोषित कर दिया जाता है। इसके बाद इन बसों को रूटों पर नहीं लाया जा सकता।

यूं घटती गईं बसें

-2015 में रोडवेज डिपो के पास 156 बसें थी

-2016 में 13 बसें कंडम हुई, 143 बसें बची।

-2017 चार कंडम, 139 रही।

-2018 में 10 कंडम बसें, 129 रही।

-2019 में 8 बसें कंडम, 121 रही।

-2020 में 14 बसे कंडम, 107 रही।

- 2021 में जून महीने तक 15 बसें कंडम हो जाएगी।

2016 से 14 नई बसें मिली व 49 हुई कंडम -

आंकड़ों के अनुसार 2016 से अब तक कैथल डिपो को 14 बसें रोडवेज विभाग द्वारा दी गई हैं। वहीं 49 बसें कंडम हो चुकी हैं। मिनी बसों सहित अब बसों की संख्या 126 रह गई। जून तक 15 बसें और घट जाएंगी। तब तक इनकी संख्या 111 रहेगी। इनमें से भी 20 बसों की स्थिति बहुत ही दयनीय है। रोडवेज प्रबंधन ने कई बार निदेशालय को पत्र लिखकर नई बसें भिजवाने के लिए अवगत भी कराया था। बावजूद इसके बेड़े में नई बसें शामिल नहीं हो पाई है।

बसों की समस्या के बारे में अंवगत कराया

यात्रियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए हमने सरकार व हरियाणा रोडवेज को बसों के बारे में अवगत करवाया है ताकि यात्रियों को असुविधा का सामना नही करना पड़े। 2016 से अब तक 49 बसें कंडम हो चुकी हैं। डिपो को सिर्फ 14 बसें ही मिली हैं, जब कि हजारों यात्री सफर तय करते हैं।

- अजय गर्ग , जीएम रोडवेज


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