आइटीआइ के बाहर नहीं रुकती बसें, छात्रों ने की नारेबाजी
आइटीआइ के बाहर बस नहीं रुकने से परेशान छात्रों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही जल्द ही समस्या का समाधान नहीं होने पर नेशनल हाइवे पर धरना प्रदर्शन की बात भी कही। छात्रों ने मांगों का एक ज्ञापन एसडीएम के नाम तहसीलदार को सौंपा।
संवाद सहयोगी, कलायत : आइटीआइ के बाहर बस नहीं रुकने से परेशान छात्रों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही जल्द ही समस्या का समाधान नहीं होने पर नेशनल हाइवे पर धरना प्रदर्शन की बात भी कही। छात्रों ने मांगों का एक ज्ञापन एसडीएम के नाम तहसीलदार को सौंपा।
छात्रा आरती, मीना, अनु, सोनी, मंजू, शीतल, मीनू, ज्योति, काजल, सोनिया, प्रीति, दीपिका व छात्र ओमवीर, अमनदीप, यश, रवि, विकास ने कहा कि यह छात्रों की पुरानी मांग है। पहले भी वे इसके लिए कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। संस्थान के बाहर बसों का ठहराव नहीं होने से उन्हें सुबह हर रोज संस्थान पहुंचने में देरी हो जाती है, जिससे उनकी गैर हाजिरी लगा दी जाती है। वहीं छुट्टी के बाद भी देरी से घर पहुंचते हैं, जिससे परिजन परेशान रहते हैं। इससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित होती है।
छात्राओं का कहना था कि सरकार ने बेटियों के लिए बस पास फ्री सेवा तो दे दी है, लेकिन आने जाने को बस सुविधा नहीं दी जा रही है। निजी बस चालक बसों में चढ़ने ही नहीं देते हैं। किसी तरह बस में सवार हो भी गए तो टिकट के लिए जलील किया जाता है।
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छात्रों की परेशानी सही : ¨प्रसिपल
आइटीआइ के ¨प्रसिपल अशोक कुमार गोयल का कहना है कि छात्रों की बस संबंधी परेशानी सही है। राज्य परिवहन महानिदेशक को कई बार लिखित व मौखिक तौर पर समस्या से अवगत करवाया गया, लेकिन अभी तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। छात्रों को या तो बस स्टैंड से आने जाने की सुविधा दी जाए या बसों का ठहराव सुनिश्चित करवाया जाए।
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डीसी को भेज दिया मांग पत्र : तहसीलदार
तहसीलदार विरेंद्र कुमार ने छात्रों को जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी कार्रवाई के लिए पत्र डीसी के पास भेज दिया गया है।