ब्लैक फंगस ने दी दस्तक, एक और संदिग्ध मरीज आया सामने
जिले में कोरोना महामारी के बाद ब्लैक फंगस ने भी दस्तक दे दी है। जहां पिछले सप्ताह एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है वहीं सोमवार को रसुलपुर गांव निवासी 45 वर्षीय व्यक्ति में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं। आंखों में लाली सिर में दर्द सहित अन्य तरह के लक्षण नजर आने पर करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया है। मरीज के सैंपल लेकर भी जांच के लिए भेजे गए हैं। अगले दो या तीन दिन में रिपोर्ट आने की संभावना है।
जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में कोरोना महामारी के बाद ब्लैक फंगस ने भी दस्तक दे दी है। जहां पिछले सप्ताह एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है, वहीं सोमवार को रसुलपुर गांव निवासी 45 वर्षीय व्यक्ति में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं। आंखों में लाली, सिर में दर्द सहित अन्य तरह के लक्षण नजर आने पर करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया है। मरीज के सैंपल लेकर भी जांच के लिए भेजे गए हैं। अगले दो या तीन दिन में रिपोर्ट आने की संभावना है।
संदिग्ध मरीज जिला सिविल अस्पताल में बनाए गए कोरोना आइसोलेशन वार्ड में दाखिल था। 10 मई को व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हुआ था, जो 26 मई तक पिहोवा के एक निजी अस्पताल में दाखिल रहा। परिवार वाले 27 को सिविल अस्पताल कैथल लेकर आए थे, जिसका यहां इलाज चल रहा था। यहां ब्लैक फंगस के लक्षण नजर आने पर सैंपल लिए गए हैं। इसी तरह से पिछले सप्ताह 54 वर्षीय व्यक्ति में भी ब्लैक फंगस के लक्षण नजर आने पर निजी अस्पताल से करनाल रेफर किया गया था। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने की पुष्टि विभाग कर चुका है।
ब्लैक फंगस को लेकर तीन डाक्टरों की बनाई टीम
जिला नागरिक अस्पताल में ब्लैक फंगस को लेकर तीन डाक्टरों की टीम बनाई है। इसमें नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. कविता गोयल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। वहीं गला-नाक-कान व दंत रोग विशेषज्ञ को इसमें शामिल किया है। तीनों डाक्टरों की टीम ब्लैक फंगस को लेकर जांच करेगी। संदिग्ध केस मिलने के बाद सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। सिविल अस्पताल में सुबह आठ बजे से 11 बजे तक ओपीडी है। इस तरह का केस आने के बाद चिकित्सकों को विभागीय अधिकारियों को जानकारी देने को लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं।
कोरोना महामारी का घट रहा संक्रमण
जिले में अब कोरोना महामारी का संक्रमण कम हो रहा है। सिविल अस्पताल में कुल 115 बेड हैं। दाखिल मरीजों की संख्या 40 से कम आ गई है। इससे चिकित्सक व स्टाफ ने राहत की सांस ली है। वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या भी 500 से कम हो गई है। हालांकि अभी भी मौत का आंकड़ा चिता बढ़ा रहा है। मई माह में रोजाना मौत हुई। ऐसा कोई दिन नहीं गया जिस दिन कोरोना से मौत न हुई है।
बाक्स-किसे होती है यह बीमारी
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि यह कॉविड-19 के डायबिटिक या अनियंत्रित डायबिटीज, जो स्टेरॉयड का इस्तेमाल कर रहे हैं तथा आइसीयू में अधिक समय तक भर्ती रहने से यह बीमारी हो सकती है। धूल भरे स्थानों में मास्क पहनकर, शरीर को पूरे वस्त्रों से ढक कर, बागवानी करते समय हाथों में दस्ताने पहनकर और व्यक्तिगत साफ-सफाई रख कर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
बाक्स-ये लक्षण दिखाई देते ही डॉक्टर से ले परामर्श
व्यक्ति के आंख और नाक में दर्द, आंख के चारों तरफ लालीमा, नाक का बंद होना, नाक से काला या तरल द्रव्य निकलना, जबड़े की हड्डी में दर्द, चेहरे में एक तरफ सूजन, नाक तालु काले रंग का होना, दांत में दर्द, दातों का ढीला होना, धुंधला दिखाई देना, शरीर में दर्द होना, त्वचा में चकत्ते आना, छाती में दर्द, बुखार आना, सांस की तकलीफ होना, खून की उल्टी व मानसिक स्थिति में परिवर्तन आदि लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
विभाग पूरी तरह से सतर्क
जिला नागरिक अस्पताल के पीएमओ डा. शेलैंद्र शैली ने बताया कि कोरोना महामारी के साथ-साथ ब्लैक फंगस को लेकर भी विभाग पूरी तरह से सतर्क है। उनके कार्यभार संभालने के बाद जिले में पहला संदिग्ध केस सामने आया है। मरीज में लक्षण नजर आने पर करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया है। सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। मरीज कोरोना पॉजिटिव है, जो यहां आइसोलेशन वार्ड में दाखिल था। रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाएगी।