मुआवजे के फार्म जमा न होने पर भाकियू ने किया प्रदर्शन
बरसात से खराब हुई फसलों के मुआवजे के फार्म नहीं लिए जाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश महासचिव भूरा राम पबनावा के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, ढांड : बरसात से खराब हुई फसलों के मुआवजे के फार्म नहीं लिए जाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश महासचिव भूरा राम पबनावा के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पबनावा ने कहा कि एक तरफ तो प्रकृति के कहर से किसानों की गेहूं की फसलें खराब हो गई हैं। दूसरी ओर बैंक और कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को मुआवजे के फार्म के नाम पर परेशान करने में लगे हुए हैं।
सरकार द्वारा बरसात से खराब हुई फसलों के लिए मुआवजे के लिए आदेश दिए हुए है। जिन किसानों ने फसली बीमा करवाया हुआ है उन्हें बीमा कंपनी और जिन्होंने फसलों का बीमा नहीं करवाया हुआ है, उन्हें सरकार अपने स्तर पर मुआवजा देगी। जब किसान मुआवजे के फार्म बैंक में जमा करवाने जाते है तो बैंक अधिकारी यह कहकर टरका देते हैं कि यह फार्म तो बीमा कंपनी में या कृषि विभाग के कार्यालय में जमा होंगे। किसानों का कहना है कि जब बैंक ने उनके खाते से बीमा की रकम काट रखी है तो मुआवजे के फार्म लेना भी बैंक की जिम्मेदारी बनती है।
ढांड में कृषि विकास अधिकारी का पद होते हुए भी यहां कोई नहीं बैठता, जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भाकियू ने जिला प्रशासन से मांग की है कि मुआवजे के फार्म जमा करवाने के लिए ढांड में कृषि विकास अधिकारी की व्यवस्था की जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो भाकियू किसानों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी। इस मौके पर संजीव राणा, हरपाल संगरौली, महेंद्र सिंह साकरा, ईश्वर, मेवा राम, प्रदीप कौल, महेंद्र, ईशम सिंह मौजूद थे।