कक्षा में हर विद्यार्थी को मिले नई शिक्षा नीति के प्रशिक्षण का लाभ: डा. सुदेश
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत शिक्षक अपने शिक्षण में रोचकता लाएं और कक्षा कक्ष में एक सजीवता लाएं। इससे बच्चे बिना किसी भय के पढ़ाई कर सकें। यह विचार जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान की प्रिसिपल डा. सुदेश सिवाच ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल में पांच दिवसीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर शिक्षकों को सर्टिफिकेट वितरित करते हुए व्यक्त किए।
जागरण संवाददाता, कैथल: नई शिक्षा नीति के अंतर्गत शिक्षक अपने शिक्षण में रोचकता लाएं और कक्षा कक्ष में एक सजीवता लाएं। इससे बच्चे बिना किसी भय के पढ़ाई कर सकें। यह विचार जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान की प्रिसिपल डा. सुदेश सिवाच ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल में पांच दिवसीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर शिक्षकों को सर्टिफिकेट वितरित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने अध्यापकों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण शिविर शिक्षकों को नई ऊर्जा देते हैं। इस अवसर पर आब्जर्वर मिकेंद्र ने शिक्षकों से आह्वान किया कि छोटे बच्चों को गतिविधि आधारित शिक्षण अधिक से अधिक करवाना सुनिश्चित करें। कक्षा में अंतिम पंक्ति के विद्यार्थी को इन प्रशिक्षण शिविरों का लाभ मिलना चाहिए। प्रशिक्षक रामफल शर्मा ने कहा कि कोरोना काल के दौरान हुए पढ़ाई के नुकसान की भरपाई के लिए इन प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से सेतु पाठ्यक्रम की भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण शिविर में पहुंचने पर रामफल व प्रबंधक कमेटी के सदस्य शिक्षक बलदेव ने डा. सुदेश सिवाच को बुके देकर सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण शिविरों से शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार आता है। प्रशिक्षिका कविता ने बताया कि अभी तक खंड कैथल के आठ बैच पूरे हो गए हैं। इनमें 330 शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षक रामफल ने बताया कि बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान का उद्देश्य 3 से 9 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों का समग्र विकास करना है। इसके अंतर्गत बच्चों को कार्टून, खेल व अन्य गतिविधियों के माध्यम से मानसिक, शारीरिक व बौद्धिक रूप से समृद्ध बनाने का लक्ष्य है। प्रशिक्षक राजबीर, कविता, सतीश जांगड़ा, अभिषेक राणा, गुरमुख, आनंदपाल, आरती, पूनम ने सभी शिक्षकों को हिदी, अंग्रेजी व गणित का ज्ञान दिया। प्रबंधक कमेटी के सदस्य ऋषिपाल, बलदेव, प्रवीण शर्मा, ललित कुमार, रमन व महाबीर मौजूद थे।