वार्ड नौ के उपचुनाव में बलजीत को मिली जीत
पूंडरी नगरपालिका के वार्ड नंबर नौ में हुए उपचुनाव में बलजीत सिंह ने अपने निकटतम उम्मीदवार किरण को 190 वोटों से हरा दिया। हलका विधायक रणधीर गोलन के आशीर्वाद से बलजीत सिंह को 586 मत मिले और किरण को 396 मत मिले।
संवाद सहयोगी, पूंडरी:
पूंडरी नगरपालिका के वार्ड नंबर नौ में हुए उपचुनाव में बलजीत सिंह ने अपने निकटतम उम्मीदवार किरण को 190 वोटों से हरा दिया। हलका विधायक रणधीर गोलन के आशीर्वाद से बलजीत सिंह को 586 मत मिले और किरण को 396 मत मिले। राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल पूंडरी में बनाए गए बूथ में सुबह साढ़े सात बजे से लोग वोट डालने पहुंचने लगे। सुबह दस बजे तक मतदान केंद्र के बाहर लंबी लाइन लग चुकी थी और साढ़े ग्यारह बजे तक 50 प्रतिशत मतदान हो चुका था। शाम साढ़े चार बजे तक 86 प्रतिशत रिकार्ड मतदान हुआ और कुल 1144 मतों में 988 पोल हुए।
बता दे कि इस वार्ड से पार्षद मुकेश कुमार की अकस्मात मृत्यु के बाद इस वार्ड में हुए उपचुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से पूंडरी की राजनीति गर्माई हुई थी और ये चुनाव वार्ड का चुनाव न होकर हलका विधायक व उनके विरोधी खेमे की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। चुनाव से पहले ही हलका विधायक के बड़े बेटे अमित गोलन ने मतदाताओं से घर-घर जाकर बलजीत के पक्ष में मतदान करने की अपील की और बलजीत को विजय दिलाई।
विधायक व उनके परिवार ने डाला वोट :
हलका विधायक रणधीर गोलन व उनकी पत्नी अनीता गोलन के साथ-साथ पूरे परिवार ने लाइन में लगकर वोट डाला। मतदान के लिए लाइन में विधायक को करीब एक घंटा तक इंतजार करना पड़ा।
पूर्व पार्षद की पत्नी से लिया आर्शीवाद
जीत के बाद बलजीत सिंह बिना किसी शोर-शराबे के सीधे पूर्व पार्षद स्वर्गीय मुकेश कुमार के निवास पर पहुंचे और उनकी पत्नी से आर्शीवाद लिया। बलजीत सिंह ने अपने गले की माला मुकेश के पुत्र के गले में डालकर भावुक अंदाज में कहा कि विधायक ने पहले से ही निर्देश दे रखे थे कि जीत पर किसी प्रकार के ढोल-ढमाके नहीं बजाए जाएंगे।
ये रहा मतदान का आंकड़ा :
बलजीत को 586 मत मिले, किरण भुक्कल को 396 मत मिले, दलबीर को एक, ममता को एक, सतपाल को शून्य तथा नोटा पर चार वोट पड़े मिले। वहीं पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर सिंह गोलन ने कहा कि उन्होंने हमेशा जमीन से जुड़ी राजनीति की है और इसलिए वे इस चुनाव में भी जमीन से जुड़े हुए प्रत्याशी बलजीत के साथ थे। बलजीत फलों की रेहड़ी लगाकर अपनी परिवार का गुजारा करता है। इसलिए उसके पास चुनाव का व अन्य खर्च का कोई साधन नहीं था, वो उनके पास आया था और उन्होंने उसे तन-मन-धन से जीत दिलवाने का आश्वासन दिया था, इसलिए वे चुनाव में उसके साथ खड़े रहे। उन्होंने यह भी कहा कि बलजीत की जीत वार्ड की 36 बिरादरी की जीत है और वे अन्य वार्डो की तरह इस वार्ड का समुचित विकास करने का काम करेंगे।