एग्रीमेंट अनुसार नहीं हो रही शौचालयों की देखभाल, अधिकारी मौन
शहर में 16 सार्वजनिक स्थानों पर नगर परिषद की ओर से प्री-फेब्रिकेटिड शौचालय रखे गए हैं। इसके अलावा आठ सार्वजनिक शौचालय व चार मोबाइल शौचालय भी हैं। इनकी देखभाल के लिए नगर परिषद की ओर से ठेका दिया हुआ है।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में 16 सार्वजनिक स्थानों पर नगर परिषद की ओर से प्री-फेब्रिकेटिड शौचालय रखे गए हैं। इसके अलावा आठ सार्वजनिक शौचालय व चार मोबाइल शौचालय भी हैं। इनकी देखभाल के लिए नगर परिषद की ओर से ठेका दिया हुआ है। महीने में एक लाख 20 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं। ठेकेदार के साथ शौचालयों की सफाई को लेकर जो एग्रीमेंट हुआ था उसके अनुसार सफाई का काम नहीं हो रहा है। इस मामले में नप अधिकारी भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। नियम के अनुसार ठेकेदार को रोजाना शौचालयों की सफाई करनी होती है। रोजाना शौचालयों में पानी भरना होता है। फिनाइल व तेजाब डालकर सफाई करनी होती है। अगर शौचालयों में कोई टूट-फूट हो जाती है उसे ठीक कराने की जिम्मेदारी भी ठेकेदार की होती है। करीब 20 शौचालय ऐसे हैं जिनकी कोई संभाल नहीं हो रही है। इनमें ना तो पानी की कोई व्यवस्था है और ना ही साफ-सफाई होती है। कुछ शौचालयों से तो सामान भी चोरी हो चुका है। ये शौचालय रामनगर, शक्तिनगर, चंदाना गेट, डेहा बस्ती, नजदीक रेलवे स्टेशन पर रखे गए हैं।
शौचालयों की रखी गई हैं 16 यूनिट
प्री-फेब्रिकेटिड शौचालयों की 16 यूनिट रखी गई हैं। एक यूनिट में चार से पांच शौचालय हैं। इनके निर्माण पर नप का एक यूनिट के हिसाब से करीब 60 हजार रुपये खर्च आया था। जिन शौचालयों में गंदगी फैली रहती हैं वहां लोगों को बीमार होने का डर बना रहता है। अगर नियम के अनुसार साफ-सफाई करवाई जाए तो लोगों को इनका फायदा होगा। इसके अलावा नप की ओर से आठ सामूहिक शौचालय बनाए गए हैं। ये शौचालय नरवानियां बिल्डिग, अंबाला रोड, जनता मार्केट, चंदाना गेट शमशान घाट के पास, डाक खाने के पास, डेहा बस्ती के पास बनाए गए हैं। इनकी देखभाल भी ठीक तरीके से नहीं की जा रही है।
देखभाल के लिए नप
की ओर से ठेका दिया
नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने बताया कि शौचालयों की देखभाल के लिए नप की ओर से ठेका दिया हुआ है। ठेकेदार के कर्मचारी सुबह-शाम शौचालयों की देखरेख कर रहे हैं। अगर कहीं कोई समस्या है तो उसका तुरंत समाधान करा दिया जाएगा।