एनडीए की परीक्षा में 26वां स्थान प्राप्त करनेवाले अर्शमन गौड़ को किया सम्मानित
ब्रह्म कल्याण समिति की तरफ से गांव प्यौदा के होनहार छात्र अर्शमन गौड़ को उनकी उपलब्धि के लिए स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।
जागरण संवाददाता, कैथल : ब्रह्म कल्याण समिति की तरफ से गांव प्यौदा के होनहार छात्र अर्शमन गौड़ को उनकी उपलब्धि के लिए स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। छात्र अर्शमन ने नेशनल डिफेंस एकेडमी 145 कोर्स में 26वां रैंक लेकर जिले का नाम रोशन किया गया है। ब्रह्म कल्याण समिति के प्रधान रतन लाल शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में कुल 533 सीटों में से अर्शमन द्वारा 26वां रैंक व टीइएस 44 में 62वां रैंक लेकर न केवल अपने माता पिता का, बल्कि ब्राह्मण समाज का मान बढ़ाया है। अर्शमन लेफ्टिनेंट की पोस्ट के लिए सिलेक्ट हुए हैं। अपनी ट्रेनिग पूरी करने के बाद गौड़ सैन्य अधिकारी बनेंगे। अर्शमन के पिता मदन गोपाल मुख्य शिक्षक के पद पर कसान में कार्यरत हैं। माता उर्मिला शर्मा चंदाना में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी आठवीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल में की और नौवीं से 12 तक की शिक्षा गुरुकुल कुरुक्षेत्र ग्रहण की है। समिति के प्रधान रतन लाल शर्मा ने समाज के युवाओं से भी आह्वान किया है कि वे शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन करते हुए समाज को नई दिशा प्रदान करें। इस मौके पर समिति के कोषाध्यक्ष सतबीर थुआ, रणधीर सांघन, कुलदीप कौशिक, जयभगवान शर्मा, पीयूष कौशल आदि भी उपस्थित थे।वेबिनार के माध्यम से दी गई सही पोषण की जानकारी : शिक्षा गागट
जागरण संवाददाता, कैथल : महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे पोषण पखवाड़े के तहत सही पोषण की जानकारी को जन-जन तक पहुंचाई जा रही है। कार्यक्रम अधिकारी उर्मिल सिवाच ने पोषण पखवाड़े के तहत आयोजित वेबिनार की शुरुआत की। आहार विशेषज्ञ तथा मातृत्व वंदना योजना की जिला कोर्डिनेटर शिक्षा गागट ने बताया कि विशेष पखवाड़े के तहत सुपरवाइजर व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रत्येक खंड स्तर पर अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से आम जन को विशेषकर महिलाओं को सही आहार लेने के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि जिला पूरी तरह से कुपोषण से मुक्त हो।
उन्होंने बताया कि शिशु को कुपोषण से बचाने के लिए छह महीने तक केवल मां का दूध ही पिलाएं और छह महीने के बाद उनके आहार में प्रोटिन, ऊर्जा वाले पदार्थों का प्रयोग करें। उन्होंने बताया जन्म से तीन साल तक बच्चे का हर माह वजन लेना चाहिए तथा तीन साल से हर तीन महीने बाद बच्चे का वजन लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि बच्चे की लम्बाई और वजन अनुपात में ही विकसित होनी चाहिए। इसके साथ सभी को कोरोना से बचाव के लिए दी गई हिदायतों के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।