Move to Jagran APP

प्रदेश में खाद की किल्लत के बीच कलायत में मिला दो वर्ष पुराना खाद का स्टाक

संवाद सहयोगी कलायत प्रदेश में खाद की किल्लत के बीच मंगलवार को कलायत के सजूमा रोड पर कृ

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 05:58 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 05:58 PM (IST)
प्रदेश में खाद की किल्लत के बीच कलायत में मिला दो वर्ष पुराना खाद का स्टाक
प्रदेश में खाद की किल्लत के बीच कलायत में मिला दो वर्ष पुराना खाद का स्टाक

संवाद सहयोगी, कलायत : प्रदेश में खाद की किल्लत के बीच मंगलवार को कलायत के सजूमा रोड पर कृषि विभाग की तरफ से कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान सहकारिता विभाग के भंडारण कक्ष से दो साल पुराना यूरिया और डीएपी खाद का भंडार मिला है। कृषि विभाग उप निदेशक के निर्देश पर एसडीओ डा. सतीश नारा और खंड कृषि अधिकारी डा. श्योकंद की रहनुमाई में की गई औचक कार्रवाई से सहकारिता विभाग में हड़कंप मच गया। पड़ताल के दौरान टीम को मौके पर 98 बैग मिले हैं। विभागीय अधिकारियों को उक्त स्थान पर खाद स्टाक की सूचना मिली थी। एसडीओ डा. सतीश नारा और खंड कृषि अधिकारी डा. रामेश्वर श्योकंद ने बताया कि खाद की गुणवत्ता को परखने के लिए कमरे में मिले स्टाक के सैंपल भरने का निर्णय लिया गया। किसानों को खाद की समस्या न आए इसके लिए टीम द्वारा प्रतिदिन संबंधित विभागों और दुकानों की जांच की जा रही है। कलायत में सजूमा रोड पर सहकारिता विभाग के भंडारण स्थल से खाद का स्टाक मिला। खाद के बैग करीब दो वर्ष पुराने बताए जा रहे हैं। इस दौरान संबंधित विभाग के कर्मचारियों को रिकार्ड सहित मौके पर बुलाया गया। जब भंडारण बारे जानकारी मांगी गई तो वे मौके पर कोई पुख्ता रिकार्ड पेश नहीं कर पाए। टीम ने संबंधित स्टाक का रिकार्ड और सेल मशीन को अपने कब्जे में ले लिया।

loksabha election banner

-------------

क्या कहता है नियम

निर्धारित मानदंडों के अनुसार सहकारिता विभाग को भंडारण का रिकार्ड कृषि विभाग को प्रस्तुत करना चाहिए था। ब्यौरा अनुसार भंडारण रि-टेस्टिग सैंपल की कार्रवाई को पूरा किया जाता है। यदि खाद इस्तेमाल योग्य न हो तो इसे डंप करने की कार्रवाई पूर्ण की जाती है। कृषि विभाग अधिकारियों ने सहकारिता विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला लिया है।

------------

सहकारिता कर्मियों का तर्क जल्द प्रस्तुत करेंगे रिकार्ड

कलायत सहकारिता समिति के कर्मियों का तर्क है कि वे नियम अनुसार खाद का वितरण करते आए हैं। उन्होंने किसी भी स्तर पर कोई अनियमितता नहीं की। जो स्टाक कलायत में मिला है उसका वे पूरा विवरण कृषि विभाग के समक्ष पेश करेंगे।

--------------

कृषि विभाग के एसडीओ डा. सतीश नारा ने बताया कि गैर कानूनी भंडारण और अन्य राज्यों में खाद की कालाबाजारी पर अंकुश लगाते हुए किसानों की जरूरत पूरा करने को विभाग सजग है। हर सप्ताह में दो रैक मंगवाए जा रहे हैं। सरकार की नीति के अनुसार किसानों को खाद मुहैया करवाने के लिए दिन-रात जांच अभियान जारी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.