बरसात के बाद निकासी ठप, सड़क पानी से लबालब
गर्मी से परेशान लोगों को सुबह भारी बरसात होने से जहां राहत की सांस मिली वहीं किसानों के लिए भी यह बरसात सुखद संदेश लेकर आई। लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा के आगमन के चलते जहां कार्यक्रम स्थल पर पानी का भराव होने के चलते प्रशासन की सांसे फूली नजर आई वहीं निकासी व्यवस्था चरमराई होने के चलते गलियों व सड़कों पर जमा पानी लोगों के साथ दुकानदारों के लिए भी परेशानी का सबब बना था
संवाद सहयोगी, कलायत :
गर्मी से परेशान लोगों को सुबह भारी बरसात होने से जहां राहत की सांस मिली वहीं किसानों के लिए भी यह बरसात सुखद संदेश लेकर आई। लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा के आगमन के चलते जहां कार्यक्रम स्थल पर पानी का भराव होने के चलते प्रशासन की सांसे फूली नजर आई वहीं निकासी व्यवस्था चरमराई होने के चलते गलियों व सड़कों पर जमा पानी लोगों के साथ दुकानदारों के लिए भी परेशानी का सबब बना था। बरसात के चलते पानी भराव होने से मंडी भी पूरी तरह पानी से लबालब बनी हुई थी। कार्यक्रम स्थल का सुबह डीसी डा. प्रियंका सोनी ने एसपी विरेंद्र विज के साथ निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि मंडी में जिस स्थल पर कार्यक्रम आयोजित होना है वहां उसके आसपास भी भारी मात्रा में बरसाती पानी जमा था।
लोगों के साथ दुकानदार हुए परेशान
कलायत में पानी निकासी समुचित न होने की कहानी आज की नहीं बल्कि वर्षो पुरानी है। लोगों द्वारा पानी निकासी की व्यवस्था करने का आग्रह भी समय-समय पर किया जा रहा है मगर आज तक भी वैसी व्यवस्था नहीं बन पाई जिससे पानी सही प्रकार से निकास होने से लोगों को परेशानी से निजात मिल सके। हालांकि कलायत नगर सहित अनाज मंडी में भी करोड़ों की लागत से सीवरेज पाइप बिछाई हुई है मगर जिस प्रकार गलियों व सड़कों पर बरसात के समय पानी जमा हो जाता है उससे यही लग रहा है कि सीवरेज व्यवस्था भी पूरी तरह कार्य नहीं कर रही। आज हुई बरसात का पानी जहां लोगों के घरों व दुकानों में घुस गया वहीं पानी के बीच से ही लोगों को आवागमन करना पड़ा। आज भी लोग यही कह रहे थे कि सरकार व प्रशासन को पानी निकासी की व्यवस्था इस प्रकार दुरुस्त करनी चाहिए ताकि बरसात होने पर कहीं भी पानी का ठहराव न होने पाए।
मार्केट कमेटी सचिव देवेंद्र मोर से जब मंडी में पानी भराव होने की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि सीवरेज के माध्यम से पानी निकास हो रहा है। पानी निकासी में तेजी लाने के लिए और भी वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है ताकि जल्दी पानी निकास हो सके।