बैठक के बाद डीसी ने मानी आढ़तियों की मांगे, हड़ताल खत्म
शहर की नई अनाज मंडी में आढ़तियों की हड़ताल बुधवार दोपहर बाद खुल गई। इससे जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। सुबह करीब 11 बजे आढ़तियों ने मंडी के लक्ष्मी नारायण मंदिर में बैठक की थी। इसकी अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण मित्तल ने की। सभी आढ़तियों ने एकजुटता दिखाते हुए हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर की नई अनाज मंडी में आढ़तियों की हड़ताल बुधवार दोपहर बाद खुल गई। इससे जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। सुबह करीब 11 बजे आढ़तियों ने मंडी के लक्ष्मी नारायण मंदिर में बैठक की थी। इसकी अध्यक्षता एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण मित्तल ने की। सभी आढ़तियों ने एकजुटता दिखाते हुए हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया। आढ़तियों के बढ़ते रोष को देखते हुए डीसी सुजान सिंह ने शाम को आढ़तियों के साथ बैठक की। आढ़तियों ने जो मांग रखी थी, उन सभी को पूरा करने का आश्वासन दिया।
डीसी ने मार्केट कमेटी सचिव दीपक कुमार को मोबाइल पर आदेश जारी करते हुए कहा कि आढ़तियों की जो मांगे हैं, उन्हें पूरा करते हुए धान खरीद और उठान का कार्य किया जाए। डीसी से मिलने के बाद आढ़तियों ने हड़ताल वापस ले ली। प्रधान कृष्ण मित्तल ने कहा कि आढ़तियों ने मंगलवार को मार्केट कमेटी के रवैये से खफा होकर हड़ताल की थी। जब बुधवार को भी उनकी सुनवाई नहीं हुई तो बैठक कर सभी आढ़तियों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया। अब हड़ताल खोल दी है और मंडी में उठान और खरीद का कार्य शुरू हो गया है।
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हड़ताल खुलने से गेट पास कटवाने के लिए पहुंचे किसान
हड़ताल खुलने के बाद गेट पास कटवाने को लेकर मार्केट कमेटी में किसान और आढ़ती पहुंचे। गेट पास को लेकर जो दिक्कत आ रही थी वह भी दूर हो गई। अब किसान राजकुमार और सतबीर ने बताया कि गेट पास को लेकर अब कोई दिक्कत नहीं आ रही है। गेट पास भी ठीक कट रहे हैं। केवल मार्केट कमेटी की तरफ वाला और दूसरे दो और गेटों को बंद किया हुआ है। इन गेटों को खुलवाया जाना चाहिए। गेट बंद होने के कारण किसानों को धान मंडी में लेकर आने में दिक्कत आ रही है। वहीं कई वाटर कूलरों में पानी नहीं है। पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाए।
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बाहर डाली गई धान की बोली न करवाने पर की थी हड़ताल
मंडी के बाहर डाली गई धान की बोली न करवाने पर आढ़तियों ने हड़ताल करने का निर्णय लिया था। मंडी में गेट पास भी नहीं कट रहे थे। इस कारण आढ़ती हड़ताल पर चले गए। अब मंडी से बाहर डाले गए धान की भी बोली होगी और उठान भी रोजाना होगा।
बाक्स-मैसेज को लेकर आ रही दिक्कत
पुरानी अनाज मंडी प्रधान श्याम बहादुर खुरानिया ने बताया कि किसानों को जो मैसेज भेजे जा रहे हैं, उन्हें लेकर दिक्कत आ रही है। किसानों को 50 क्विंटल ान मंडी में लेकर आने के मैसेज मिल रहे हैं, जबकि किसान के खेतों में 400 क्विंटल धान हुआ है। इस तरह से 50 क्विंटल धान लेकर वह कब तक चक्कर लगाता रहेगा। इस समस्या को दूर किया जाना चाहिए। इसके अलावा मंडी में उठान, खरीद का कार्य ठीक चल रहा है।