आंगनबाड़ी वर्करों के मानदेय को लेकर वित्तविभाग से 54.48 करोड़ रुपये लिया एडवांस : कमलेश ढांडा
आंगनबाड़ी वर्करों और सहायकों के मानदेय को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने हस्तक्षेप करते हुए वित्त विभाग से एडवांस 58.54 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करवाई है।
जागरण संवाददाता, कैथल : आंगनबाड़ी वर्करों और सहायकों के मानदेय को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने हस्तक्षेप करते हुए वित्त विभाग से एडवांस 58.54 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करवाई है। प्रदेश की 25 हजार 962 आंगनबाड़ी केंद्रों पर वर्करों और सहायकों को जल्द ही मानदेय की राशि मिलने की उम्मीद है। राज्यमंत्री ने बताया कि केंद्र का हिस्सा नहीं मिलने के कारण उनके सामने आया था कि क्षेत्रीय अधिकारी, कर्मचारियों को वेतन मिलने में देरी हो रही है, जिसके समाधान के लिए फौरी तौर पर वित्त विभाग से अतिरिक्त राशि की व्यवस्था करवाई गई, ताकि केंद्र का हिस्सा मिलने के बाद उसे वित्त विभाग को लौटा दिया जाएगा।
जब यह प्रक्रिया पूरी हुई तो पता चला कि आंगनबाडी केंद्रों पर कार्यरत और कोरोना महामारी के दौरान भी फ्रंटलाइन वर्कर्स की भूमिका अदा करने वाली तकरीबन 50 हजार आंगनबाड़ी वर्कर और सहायकों का मानदेय भी केंद्र हिस्सा नहीं मिलने के कारण बीते पांच महीने से अटका हुआ है, लेकिन अधिकारियों से इस समस्या का समाधान भी निकालने के निर्देश दिए। मंत्री के निर्देश पर अधिकारियों ने भी सक्रियता दिखाते हुए वित्त विभाग से 58.54 करोड़ रुपये की राशि एडवांस के तौर पर रिलीज करने के लिए आवेदन किया। पहले वित्त विभाग द्वारा इस राशि को विभाग को उपलब्ध करवा दिया गया और अब विभाग से क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से पांच महीने का बकाया मानदेय खाते में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनैना खत्री की अगुवाई में सुपरवाइजर सुरजीत कौर, सुशीला, वर्कर पूनम, सरोज, संतोष, सरिता हेमलता निर्मला, कृष्णा ने कहा कि पांच माह से मानदेय रूका हुआ था। अब होली पर्व पर मानदेय मिलने से खुशी का माहौल है।
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