बेसहारा गोवंश को लेकर एडीसी ने बुलाई अधिकारियों की बैठक
शहर में बेसहारा पशुओं की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। जिला प्रशासन की ओर से करीब दो साल से पशुओं को पकड़ा नहीं गया है। करीब 700 पशु शहर की सड़कों पर घूमते हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में बेसहारा पशुओं की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। जिला प्रशासन की ओर से करीब दो साल से पशुओं को पकड़ा नहीं गया है। करीब 700 पशु शहर की सड़कों पर घूमते हैं। नगर परिषद की ओर से पशु पकड़ने का अभियान शुरू किया गया था, लेकिन वह भी एक दिन चलाने के बाद बंद कर दिया गया।
नंदीशाला पदाधिकारियों ने बेसहारा पशु लेने के लिए 15 दिन का समय मांगा था जो पूरा हो चुका है। शुक्रवार को एडीसी सतबीर सिंह ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की मीटिग बुलाई है। करीब एक महीना पहले भी मीटिग बुलाई गई थी, जिसमें अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे। हालांकि इस बैठक में इस बैठक में नंदीशाला ने पशुओं को पकड़ने से यह कहकर मना किया कि नंदी शाला में पहले से पशु अधिक है और उनके लिए चारे का प्रबंधन करना मुशिकल होता जा रहा है इस संदर्भ में यह समीक्षा बैठक बुलाई गई है। प्रशासन की ओर से पशुओं के चारे को लेकर भी कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। पशुओं को कचरे के ढेरों में मुंह मारना पड़ता है। नप एक्सईएन हिमांशु लाटका ने बताया कि पशुओं की समस्या को लेकर प्रशासन गंभीर है। पशु लेने के लिए नंदीशाला पदाधिकारियों से बातचीत की जा रही है। जल्द ही पशुओं को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया जाएगा। शहर में समस्या की गंभीरता को लेकर नगर परिषद काफी संजीदा है। उसे उम्मीद है कि नंदीशाला से बातचीत होने के बाद इस समस्या का समाधान हो जाएगा।