8290 बच्चों ने किया दाखिले के लिए आवेदन
जिला शिक्षा विभाग के पास 134ए के तहत दाखिले के लिए 8290 आवेदन पहुंचे। आवेदन की अंतिम तिथि होने के चलते मंगलवार को सुबह से ही खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में अभिभावकों की कतारें लग गई थी। कैथल खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सबसे ज्यादा 3170 आवेदन विभाग के पास पहुंचे हैं। पूरे जिले में दूसरी कक्षा के लिए सबसे ज्यादा 1230 और 12वीं कक्षा के लिए सबसे कम 180 आवेदन पहुंचे। आवेदन जमा करवाने वाले अभिभावकों को 13 अप्रैल को रोल नंबर बांट दिए जाएंगे और 15 अप्रैल को परीक्षा ली जाएगी।
जागरण संवावदाता, कैथल : जिला शिक्षा विभाग के पास 134ए के तहत दाखिले के लिए 8290 आवेदन पहुंचे। आवेदन की अंतिम तिथि होने के चलते मंगलवार को सुबह से ही खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में अभिभावकों की कतारें लग गई थी। कैथल खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सबसे ज्यादा 3170 आवेदन विभाग के पास पहुंचे हैं। पूरे जिले में दूसरी कक्षा के लिए सबसे ज्यादा 1230 और 12वीं कक्षा के लिए सबसे कम 180 आवेदन पहुंचे। आवेदन जमा करवाने वाले अभिभावकों को 13 अप्रैल को रोल नंबर बांट दिए जाएंगे और 15 अप्रैल को परीक्षा ली जाएगी। रोल नंबर पर ही परीक्षा केंद्र और अन्य सभी जानकारी अंकित होंगी। परीक्षा के लिए जिले के सभी खंडों में केंद्र बनाए जाएंगे, ताकि विद्यार्थियों और अभिभावकों को परेशानी न हो। 20 अप्रैल को परीक्षा का परिणाम घोषित कर पास होने वाले विद्यार्थियों की मेरिट सूची जारी कर दी जाएगी। आवेदन के अंतिम दिन अभिभावकों को लंबी लंबी कतारों में घंटों इंतजार करना पड़ा। बॉक्स
कक्षा वाइज पूरे जिले में किए गए आवेदन
दूसरी - 1230
तीसरी - 1070
चौथी - 950
पांचवीं - 1000
छठी - 1030
सातवीं - 900
आठवीं - 800
नौवीं - 750
दसवीं - 350
बारहवीं - 180 बॉक्स
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को परीक्षा से छूट
सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थी जिन्होंने 134ए के तहत निजी स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन किया है को 15 अप्रैल को होने वाली परीक्षा देने की आवश्यक्ता नहीं है। विद्यार्थियों को सीधा 20 अप्रैल को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में बुलाया गया है। 20 अप्रैल को ही परीक्षा का परिणाम घोषित कर मेरिट सूची जारी की जाएगी। वर्जन
जमा हुए आवेदन की जांच के बाद रोल नंबर जारी कर दी जाएंगे। परीक्षा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और स्टाफ सदस्यों की ड्यूटियां भी लगा दी गई हैं।
- डॉ. रामकुमार फलसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी।