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32 बच्चे पहुंचे सुपर- 100 के दूसरे चरण में

जागरण संवाददाता, कैथल : सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को डॉक्टर व इंजिनियर बनाने के लिए सरकार ने पहल शुरू की है। प्रदेशभर से 100 होनहार विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। उन विद्यार्थियों को सरकार की ओर से रेवाड़ी जिले के एक स्कूल में नि:शुल्क पढ़ाई करवाई जाएगी और साथ में ही को¨चग दी जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 12:04 AM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 12:04 AM (IST)
32 बच्चे पहुंचे सुपर-  100 के दूसरे चरण में
32 बच्चे पहुंचे सुपर- 100 के दूसरे चरण में

जागरण संवाददाता, कैथल : सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को डॉक्टर व इंजिनियर बनाने के लिए सरकार ने पहल शुरू की है। प्रदेशभर से 100 होनहार विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। उन विद्यार्थियों को सरकार की ओर से रेवाड़ी जिले के एक स्कूल में नि:शुल्क पढ़ाई करवाई जाएगी और साथ में ही को¨चग दी जाएगी।

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इस प्रक्रिया के लिए जिला स्तर पर टेस्ट लिया गया था। टेस्ट में जिलेभर से 172 बच्चों ने भाग लिया, जिसमें से 32 बच्चों ने टेस्ट पास किया। राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल खेड़ी गुलाम अली के छात्र अजय कुमार ने 123 अंक हासिल कर जिले में प्रथम स्थान हासिल किया।

पाई स्कूल का छात्र रोहित कुमार व आरोही स्कूल सौंगरी की छात्रा सुमेधा शर्मा 101 अंक लेकर दूसरे स्थान पर रहे। दाबा स्कूल का छात्र मंदीप ¨सह 100 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहा। विभाग की ओर से 23 जून को अगला शेड्यूल जारी किया जाएगा। उसमें बताया जाएगा की जिला स्तर पर कितने बच्चे लेने हैं। उन बच्चों की एक बार फिर परीक्षा होगी और उसके बाद सुपर 100 विद्यार्थियों को चुना जाएगा।

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मजदूरी करते हैं पिता

जिले में 123 अंक प्राप्त कर प्राप्त कर पहले स्थान पर रहे राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल खेड़ी गुलाम अली के छात्र अजय कुमार ने बताया कि उनके पिता म¨हद्र ¨सह मजदूरी का काम करते हैं। परिवार की स्थिति ठीक नहीं है। सरकार की ओर से चलाई जा रही सुपर 100 स्कीम बहुत अच्छी है। दसवीं में उनके 88.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। दिन में 11 घंटे तक पढ़ाई की। अब पहले चरण में 123 अंक मिले हैं। दूसरे चरण में भी वे जरूर पास होंगे। सुपर 100 में चयन हुआ तो वे डॉक्टर के लिए को¨चग लेंगे। डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना ही उनका मुख्य लक्ष्य है। सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए सरकार की अच्छी पहल है। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मदद मिलेगी। लाखों रुपये की को¨चग उन्हें नि:शुल्क मिल सकेगी।

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गरीब बच्चों के लिए

वरदान होगी साबित

जिले में 101 अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र रोहित कुमार ने कहा कि सरकार की यह स्कीम गरीब बच्चों के लिए वरदान साबित होगी। पहला चरण पास हो गया है और वे दूसरे चरण में भी पास होकर रहेंगे। पास होने के बाद एनडीए की को¨चग लेने का लक्ष्य है। को¨चग के बाद नेवी या एयरफोर्स में लेफ्टिनेंट जनरल बनना उनकी इच्छा है। दसवीं में उनके 81.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उसके लिए करीब दस घंटे पढ़ाई की और आगे भी अपनी पढ़ाई इसी तरह से जारी रखेंगे। सुपर 100 की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी ही भाग ले सकते हैं। उनके परिवार की स्थिति ठीक है, लेकिन उसके बाद भी वे लाखों रुपये खर्च करके को¨चग नहीं ले पाते।

वर्जन

सुपर 100 में चयन करने के लिए जिले के 172 विद्यार्थियों ने टेस्ट दिया था। उनमें से 32 बच्चों ने दूसरे चरण में प्रवेश कर लिया है। जो बच्चे दूसरे चरण में पास होंगे उन्हें सरकार नि:शुल्क को¨चग देगी और पढ़ाई करवाएगी। गरीब बच्चों के लिए यह स्कीम वरदान साबित होगी।

- डॉ. रामकुमार फलसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी कैथल।


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