कोरोना के दौरान एनएचएम आउटसोर्सिग ने भर्ती किए 32 स्टाफ सदस्यों को नहीं मिला तीन माह का वेतन
कोरोना के दौरान एनएचएम आउटसोर्सिग द्वारा भर्ती किए गए स्टाफ को कैथल में पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। आउटसोर्सिग के तहत लगे कर्मचारियों ने अपनी समस्या को लेकर डीसी प्रदीप दहिया को शिकायत दी।
जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना के दौरान एनएचएम आउटसोर्सिग द्वारा भर्ती किए गए स्टाफ को कैथल में पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। आउटसोर्सिग के तहत लगे कर्मचारियों ने अपनी समस्या को लेकर डीसी प्रदीप दहिया को शिकायत दी। कर्मचारी अशोक कुमार, हरदीप सिंह, वीरेंद्र सिंह, सूरज, राकेश, जसविद्र सिंह, विजय व सुनील ने बताया कि 17 सितंबर 2020 को लैब टैक्नीशियन, फार्माशिष्ट, अटेंडेंट, डाटा आपरेटर, स्वीपर सहित कुल 34 कर्मचारी भर्ती किए गए थे। कोरोना महामारी के दौरान स्टाफ ने बड़ी लगन और मेहनत से काम किया, लेकिन पिछले तीन महीने से उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है। आरोप है कि अब सिविल सर्जन कैथल उनकी बात की सुनवाई भी नहीं कर रहे हैं। पिछले तीन माह से वेतन न मिलने के कारण वे स्वयं व उनका परिवार बेहद परेशान है। आउटसोर्सिग के तहत लगे इन कर्मचारियों का आरोप है कि सिविल सर्जन अब उनके कागज लेने से मना कर रहे हैं। ठेकेदार को वे एक ही तरह के दस्तावेज चार से पांच बार जमा करवा चुके हैं, लेकिन आगे की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। कर्मचारियों का आरोप है कि एक तरफ तो राज्य सरकार और जिला प्रशासन कोरोना के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले लोगों को कोरोना योद्धा का खिताब दे रही है, दूसरी तरफ उन्हें महीने दर महीने वेतन तक नहीं मिल रहा।
सिविल सर्जन से बात करेंगे : डीसी
डीसी प्रदीप दहिया ने इन सभी कर्मचारियों को कहा है कि वह इस संदर्भ में सिविल सर्जन से बात करेंगे। सिविल सर्जन से मामले को लेकर जानकारी लेने के बाद ही कुछ कह पाएंगे।