संदिग्ध डेंगू से 19 वर्षीय युवक की मौत, विभाग नहीं कर रहा पुष्टि
प्रताप गेट निवासी 19 वर्षीय एक 12वीं के छात्र की संदिग्ध डेंगू के कारण मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत के बाद छात्र को निजी अस्पताल में दाखिल कराया था।
जागरण संवाददाता, कैथल : प्रताप गेट निवासी 19 वर्षीय एक 12वीं के छात्र की संदिग्ध डेंगू के कारण मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत के बाद छात्र को निजी अस्पताल में दाखिल कराया था। जांच कराई तो डॉक्टर ने डेंगू होने की बात कही। ऋतिक के ताऊ बलबीर ने कहा कि इससे पूर्व छात्र कभी बीमार नहीं हुआ था। छात्र को सही समय पर सही इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हुई है। निजी अस्पताल के डॉक्टर पीजीआइ के लिए रेफर भी नहीं कर थे। धक्के से रेफर करवाया था। जब चंडीगढ़ लेकर जा रहे थे तो पहुंचने से पहले ही शुक्रवार रात को ऋतिक ने रास्ते में दम तोड़ दिया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है डेंगू से कोई मौत नहीं हुई है।
निजी अस्पतालों में संदिग्ध डेंगू मरीजों की भरमार है। निजी अस्पताल संचालकों का कहना है कि रोजाना डेंगू से मौतें हो रही हैं, लेकिन प्राइवेट लैब की रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग सही नहीं मानता है। लोग डेंगू से मर रहे हैं और विभाग पुष्टि नहीं कर रहा है। सिर्फ पीजीआइ की रिपोर्ट को विभाग सही मान रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. नीरज मंगला का कहना है कि जहां से भी सामान्य बुखार की भी शिकायत मिलती है तुरंत विभाग की टीम वहां पहुंचकर जांच करती है। अभी तक डेंगू के कारण किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जिला में सिर्फ पांच मरीज ही डेंगू के पाए गए हैं, जिनका सफल इलाज चल रहा है।