बसों की कमी के कारण 15 ग्रामीण रूट नहीं हो पा रहे बहाल
जागरण संवाददाता कैथल रोडवेज विभाग में बसों की कमी के कारण 15 के करीब ग्रामीण रूट बह
जागरण संवाददाता, कैथल: रोडवेज विभाग में बसों की कमी के कारण 15 के करीब ग्रामीण रूट बहाल नहीं हो पा रहे हैं। इन रूटों पर नाइट बस सेवा बंद पड़ी है। मुख्य कारण बसों की कमी है। डिपो को पिछले पांच साल में रोडवेज की 14 बसें ही मिली हैं, जबकि 49 के करीब बसें कंडम हो चुकी हैं। इससे ग्रामीण रूट से आने जाने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। इसका असर लंबे रूट की सेवाओं पर भी पड़ा है। ग्रामीण यात्रियों को निजी साधनों से शहर आना- जाना पड़ता है। निजी वाहन चालक अपनी मनमर्जी का किराया वसूल रहे हैं। यात्री संदीप, राजेश व रणधीर ने ग्रामीण रूटों पर बस चलाने की मांग की है।
किलोमीटर स्कीम की बसों को चलाया जा रहा लंबे रूटों पर
किलोमीटर स्कीम की बसों को लंबे रूटों पर ही चलाया जा रहा है, क्योंकि ग्रामीण रूटों पर किलोमीटर पूरे नहीं हो रहे हैं। इसलिए विभाग को किलोमीटर भी पूरे करने जरूरी हैं। इससे भी ग्रामीण रूट को कोई फायदा नहीं हुआ है।
जून तक 15 बसें कंडम हो जाएंगी
डिपो के पास बसों की और समस्या आ सकती है। जून माह तक 15 बसें डिपो की कंडम हो जाएंगी। इनमें से पांच बसों की वैधता मार्च, चार की अप्रैल व नौ बसों की वैधता जून माह तक की है, जो अपने आठ लाख किलोमीटर पूरे कर लेंगी। इनकी आयु सीमा आठ वर्ष भी पूरी हो जाएगी। इससे बसों की संख्या में कमी आएगी। डिपो को 23 किलोमीटर स्कीम की बसें जरूर मिली हैं, लेकिन ग्रामीण रूट को इनका कोई फायदा नहीं मिला है। इससे पहले 37 बसें कंडम व जून महीने तक 15 बसें ओर कंडम हो जाएंगी। डिपो के पास 200 बसों की स्वीकृति है, लेकिन जून के महीने तक विभाग के बेड़े में 111 बसें ही रह जाएंगी। पहले से ही परेशानी झेल रहे डिपो की और अब ज्यादा समस्या बढ़ने वाली है।
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बसों की कमी डिपो में है। इसके लिए विभाग को लिखकर दिया हुआ है। उसके बाद भी रूटों को बहाल करने की कोशिश रहती है।
अजय गर्ग, जीएम।