जिला नागरिक अस्पताल में बनेगा 100 बेड का पोर्टेबल अस्पताल
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए जिला नागरिक अस्पताल में साइकिल स्टेंड की जगह पर 100 बेड का पोर्टेबल अस्पताल बनेगा। इसके लिए सरकार से मंजूरी मिल चुकी है।
सुरेंद्र सैनी, कैथल : कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए जिला नागरिक अस्पताल में साइकिल स्टेंड की जगह पर 100 बेड का पोर्टेबल अस्पताल बनेगा। इसके लिए सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन की तरफ से ढ़ाई करोड़ का फंड जारी किया है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आइआइटी मद्रास) की तरफ से यह अस्पताल तीन सप्ताह में तैयार किया जाएगा। अगस्त के पहले सप्ताह में इसके शुरू होने की उम्मीद है। यहां चिकित्सक व स्टाफ विभाग की तरफ से रखे जाएंगे। कैथल के साथ-साथ पलवल में भी यह अस्पताल तैयार होगा, लेकिन वहां 50 बेड का अस्पताल बनेगा। प्रदेश के इन दोनों जिलों में ही इस तरह के चलते-फिरते यह पहले अस्पताल बनेंगे। पहले कैथल में और फिर पलवल में तैयार किया जाएगा। इस अस्पताल में हर तरह की सुविधा लोगों को मिलेगी। 100 बेडों में 10 वेंटिलेटर भी होंगे। इस अस्पताल में निक्कू वार्ड भी बनाया जाएगा। अगर कोरोना महामारी की तीसरी लहर नहीं आती है तो इसे कैंसर व निक्कू वार्ड बनाकर यहां इलाज किया जा सकेगा।
200 बेड का है सिविल अस्पताल
जिला सिविल अस्पताल 200 बेड का है। अप्रैल माह में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बाद 115 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया था। अप्रैल और मई माह में संक्रमण तेजी से बढ़ा तो बेड कम पड़ गए थे। 15 जून के बाद संक्रमण कम होने लगा। अब यहां मात्र तीन मरीज दाखिल हैं। तीसरी लहर को देखते हुए सिविल अस्पताल में अब 22 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इसके साथ-साथ चिकित्सक, स्टाफ व उपकरणों की जो कमियां हैं, उन्हें दूर करने के लिए डिमांड भेजी गई है।
रोहतक पीजीआई में दी जाएगी डाक्टरों को ट्रेनिग
कोरोना महामारी की तीसरी लहर के लेकर विभाग पूरी तैयारियों में जुटा हुआ है। इस बार बच्चों पर इसका प्रभाव ज्यादा बताया जा रहा है। इसे देखते हुए बाल रोग विशेषज्ञ सहित अन्य मेडिकल स्टाफ को जल्द ही रोहतक पीजीआई में ट्रेनिग भी दी जाएगी। इसमें जिला नागरिक अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. अनिल अग्रवाल, डा. ओमप्रकाश, डा. विकास, डा. राहुल जागलान, स्टाफ नर्स नीतिन, बमीत्रा, बच्चों के चिकित्सक डा. रीचा, डा. निहारिका को भी ट्रेनिग दी जाएगी। वेंटिलेटर प्रबंधन पर प्रशिक्षण के लिए छह व सात जुलाई को यह ट्रेनिग दी जाएगी। एक बार में तीन जिलों के चिकित्सक शामिल होंगे। मंगलवार से शुरू हो रही ट्रेनिग में कैथल के साथ-साथ पानीपत व हिसार के चिकित्सक भी इसमें शामिल होंगे। चिकित्सकों के साथ-साथ स्टाफ नर्सो को भी इसमें शामिल किया गय है। इसमें शून्य से 14 साल तक के बच्चों के लक्षण, दवा, उपचार आदि के बारे विस्तार से बताया जाएगा। नर्सो को भी ट्रेनिग देते हुए संक्रमित बच्चों की देखरेख, आक्सीजन मास्क लगाने, ब्लड प्रेशर जांच, इंजेक्शन आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी।
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए प्रदेश के दो जिले कैथल में 100 व पलवल में 50 बेड का पोर्टेबल अस्पताल तैयार होंगे। इसके लिए सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। पहले कैथल में फिर पलवल में बनाया जाएगा। तीन सप्ताह में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बनने से काफी फायदा होगा। अस्पताल में निक्कू वार्ड भी बनाया जाएगा। अगस्त माह में अस्पताल शुरू होने की उम्मीद है।
पांखुरी गुप्ता, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी।
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए तैयारियां की जा रही है। जिला नागरिक अस्पताल में साइकिल स्टेंड की जगह 100 बेड का पोर्टेबल अस्पताल तैयार होगा। इसके बनने से लोगों को काफी फायदा होगा।
डा. शैलेंद्र ममगाई शैली, सिविल सर्जन।