वाइल्ड लाइफ की टीम ने दनौदा में डाला डेरा, पकड़ में नहीं आया अज्ञात जानवर
संवाद सूत्र, नरवाना : दनौदा खुर्द गांव में पिछले कुछ दिनों के दौरान दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों
संवाद सूत्र, नरवाना : दनौदा खुर्द गांव में पिछले कुछ दिनों के दौरान दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों पर हमला कर चुके बिल्ली जैसे जानवर को पकड़ने के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर ओमप्रकाश के नेतृत्व में टीम गांव पहुंची तथा गांव का जायजा लेने के लिए लोगों पर हमला करने वाले जानवर को पकड़ने के लिए गांव में डेरा डाल लिया। टीम के पहुंचने से पहले ग्रामीणों की रात खौफ में बीती।
सरपंच मा. ठडिया राम तथा ग्रामीणों हरदीप नैन, अमित, सूरजमल, रामनिवास, सुखदेव इत्यादि ने बताया कि गांव में आया बिल्ली जैसा जानवर रात को सात बजे के बाद अक्सर अपने घरों में कमरों व बरामदों में सोते हुए लोगों पर अचानक हमला करता है। काटने के बाद लंबी छंलाग लगाकर अचानक गायब हो जाता है तथा फिर कहीं दिखाई नहीं देता। हाथ या पैर पर काटने के बाद आसपास पड़े जूते, चप्पल को अपने साथ उठाकर ले जाता है। दो दर्जन से अधिक लोगों को काट चुके जानवर ने अभी तक पशुओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। सूचना मिलने के बाद एसआई मनबीर खटकड़ व कर्मचारी बिजेंद्र के साथ गांव पहुंचे वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर ओमप्रकाश ने गांव में घूमकर स्थिति का जायजा लिया तथा ग्रामीणों से बातचीत कर हमलावर जानवर के बारे में जानकारी हासिल की। पूरे गांव में घूमने के बाद भी टीम को जानवर का तो कहीं कोई सुराग नहीं मिला, परंतु कुछ घरों की छत पर बिल्ली जैसे पंजों के निशान मिले। टीम ने जानवर को रात के अंधेरे में पकड़ने के लिए गांव में ही डेरा डालते ग्रामीणों से सहयोग देने के साथ-साथ शांति बनाए रखने का आह्वान किया है।
इस कारण मानने को तैयार नहीं अधिकारी
ग्रामीणों पर हमला कर रहे बिल्ली जैसे जानवर को ग्रामीण बिज्जू बता रहे हैं। ग्रामीणों के चेहरों पर स्पष्ट रूप से इसका डर भी देखा जा सकता है, परंतु अधिकारी तर्को के साथ जानवर को बिज्जू मानने से इंकार कर रहे हैं। अधिकारियों की माने तो बिज्जू मनुष्यों की बजाय केवल जानवरों के कोमल अंगों पर हमला करता है। जबकि गांव में आए जानवर ने अभी तक केवल मनुष्यों को ही अपना निशाना बनाया है।
वर्जन
गांव में घुसे जानवर के बिज्जू होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। हां यह बिल्ली प्रजाति का जानवर हो सकता है। जानवर केवल रात के अंधेरे में ही लोगों पर हमला कर रहा है।जिस कारण हमें उसे पकड़ने के लिए रात होने का इंतजार करना होगा। उसे पकड़ने के लिए हमारे पास ¨पजरे सहित सभी आवश्यक सामान मौजूद हैं, परंतु इसके लिए लोगों को भी सहयोग करना होगा।
ओमप्रकाश, इंसपेक्टर,
वाइल्ड लाइफ विभाग, जींद