रामराये के विक्रम ढुल बने आइईएस, पुणे में किया ज्वाइन
रामराये गांव के बेटे विक्रम ढुल ने पुणे में आइईएस के पद पर ज्वाइन किया है।
जागरण संवाददाता, जींद : रामराये गांव के बेटे विक्रम ढुल ने पुणे में आइईएस के पद पर ज्वाइन किया है। पिछले साल संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा गजटेड ऑफिसर के लिए ली गई इंडियन इंजीनियरिग सर्विस (आइईएस) की परीक्षा में विक्रम ढुल ने देशभर में 25वां रैंक हासिल किया। यूपीएससी के द्वारा 12 अक्टूबर को आइएएस, आइपीएस व आइईएस की ज्वाइनिग कराई गई है। विक्रम ने इससे पहले पिछले साल यूपीएससी की परीक्षा में 88वां रैंक हासिल किया था और आइआइटी दिल्ली से बीटेक में टॉप किया। उसके बाद आइआइटी बॉम्बे में एमटेक में प्रवेश लिया। पढ़ाई पूरी करके टिहरी हाइड्रोलिक डैम ऋषिकेश में चयन हुआ। फिर इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया में चयन हुआ और उसके बाद इंडियन ऑयल में इंजीनियर के तौर पर ज्वॉइन किया था। विक्रम ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी करके प्रशासनिक सेवाओं में सुधार करना है। आइईएस एग्जाम तीन स्तर पर आयोजित होता है। पहली स्टेज में इंजीनियरिग की प्रारंभिक परीक्षा पास करके मेन एग्जाम पास किया। उसके बाद इंटरव्यू पास किया।
पिता है शिक्षा विभाग में एपीसी
विक्रम ढुल का स्कूल की पढ़ाई जींद के गोपाल विद्या मंदिर और डीएवी स्कूल से हुई। राष्ट्रीय स्तर पर पिछले साल हुई गेट की परीक्षा में विक्रम ने 46वां रैंक प्राप्त किया था। विक्रम ने इसका श्रेय अपने परिवार के सदस्यों और पिता सुरेंद्र ढुल को दिया। सुरेंद्र ढुल शिक्षा विभाग में एपीसी (सहायक परियोजना समन्वयक) हैं। विक्रम ढुल तीन भाई-बहनों में मंझले हैं। बड़ा भाई रविद्र ढुल बीटेक मैकेनिकल और एमबीए करके राष्ट्रीय स्तर पर पोल्ट्री का व्यवसाय कर रहा है।