जेई 23 तक न बिजली चोरी पकड़ेंगे, न कनेक्शन देंगे, न ही मीटर बदलेंगे
जागरण संवाददाता, जींद बिजली निगम के जेई और फोरमैन ने बुधवार को 2 घंटे गेट मी¨टग करक
जागरण संवाददाता, जींद
बिजली निगम के जेई और फोरमैन ने बुधवार को 2 घंटे गेट मी¨टग करके फैसला लिया कि 23 सितंबर तक बिजली सप्लाई जारी रखने के अलावा कोई काम नहीं करेंगे। इसके बाद भी सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो 24 और 25 सितंबर को पूर्णतया काम छोड़ हड़ताल कर दी जाएगी। इन दोनों दिनों में किसी जेई का मोबाइल भी चालू नहीं रहेगा और न ही कोई फाल्ट ठीक करवाया जाएगा।
एचएसईबी डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन के बैनर तले आंदोलन के चौथे चरण में जाट कॉलेज के पास बिजली निगम कार्यालय में गेट मी¨टग पर जेई व फोरमैन को संबोधित करते हुए जींद सर्कल के प्रधान विपिन भारद्वाज ने कहा कि 23 सितंबर तक स्टोर से खंभे, तार, मीटर, केबल सहित कोई नया सामान जारी नहीं किया जाएगा। न तो जला ट्रांसफार्मर जमा करवाया जाएगा और न नया ट्रांसफार्मर जारी होगा। इस दौरान कोई भी जेई या फोरमैन बिजली चोरी भी नहीं पकड़ेंगे। मीटर भी नहीं बदला जाएगा और न ही नया कनेक्शन दिया जाएगा। भारद्वाज ने कहा कि जींद, सफीदों, व नरवाना ब्लॉक में रोज औसतन 50 जले हुए ट्रांसफार्मर जमा होते हैं। इसी तरह 12 सबडिवीजन से रोज औसतन 50 बिजली चोरी के केस पकड़े जाते हैं और 60 से 70 नए कनेक्शन जारी होते हैं। 23 सितंबर तक ये सभी काम बंद रहेंगे। इसके बाद भी सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो 24 व 25 सितंबर को कलम छोड़ हड़ताल कर दी जाएगी। इस मौके पर जेई प्रदीप, रोहताश, ललित, कृष्ण कुमार, रवि दत्त, सुरेंद्र आदि मौजूद थे। --इन मांगों के लिए आंदोलन
1. बिजली निगम के इलेक्ट्रिक जेई का कोटा 35 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया जाए।
2. सभी जेई को टाइम स्केल व प्रमोशन कोटा दिया जाए।
3. जेई का ग्रेड पे 5200 रुपये किया जाए।
4. काम के हिसाब से पदों का सृजन किया जाए। --सबसे कम ग्रेड पे
हरियाणा बिजली निगम के जेई का ग्रेड पे देशभर में सबसे कम है। बिहार में भी हमसे ज्यादा है। सरकार उनके साथ ज्यादती कर रही है। बिजली निगम की ही सिविल ¨वग में जेई का प्रमोशन कोटा 50 है तो इलेक्ट्रिक ¨वग वालों से भेदभाव क्यों? हमारा प्रमोशन कोटा भी 50 प्रतिशत किया जाए।
जेई विपिन भारद्वाज, जिला प्रधान, इंजीनियर्स एसो. --एक जेई के 3 का काम
प्रदेशभर में जेई के 1172 पद सैंक्शन हैं, जबकि 460 ही अभी काम कर रहे हैं। इस कारण एक जेई के पास 3 जेई का काम है। सरकार को जेई की भर्ती करनी चाहिए और काम के हिसाब से पदों का सृजन करना चाहिए। जेई की नौकरी लगने के बाद उसी पद से रिटायर हो जाते हैं।
जेई कृष्ण खान, राज्य उपप्रधान, इंजीनियर्स एसो.