डॉक्टरों की कमी पर बोले केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, मेरी न पिछली सरकार ने सुनी न इसने
मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में तब तक डॉक्टरों की कमी पूरी नहीं हो सकती, जब तक सरकार भर्ती के दौरान ग्रामीण व शहरी कैडर अलग-अलग नहीं बनाती है।
जेएनएन, जींद। केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में तब तक डॉक्टरों की कमी पूरी नहीं हो सकती, जब तक सरकार भर्ती के दौरान ग्रामीण व शहरी कैडर अलग-अलग नहीं बनाती है। मैंने पहले वाली सरकार और इस सरकार को भी ये सुझाव दिया था, लेकिन दोनों ही सरकारों ने मेरी नहीं सुनी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर सरकार भर्ती के समय ही ऐसा प्रावधान करती है तो ग्रामीण कैडर से भर्ती होने वाले चिकित्सक को हर हाल में ग्रामीण एरिया में सेवाएं देनी पड़ेंगी। इससे यह समस्या ही खत्म हो जाएगी। वह नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के सवाल पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हर डॉक्टर शहर में अच्छी सुविधाएं देखता है। जींद में इस प्रकार की सुविधाएं नहीं होने के कारण डॉक्टर यहां नहीं रुकते। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की कमी के लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार हैं। चिकित्सकों की भर्ती तो कर ली जाती थी, लेकिन चिकित्सक ज्वाइन ही नहीं करते थे। पत्रकारों ने कहा कि आप ही सरकार हैं तो बीरेंद्र सिंह ने जवाब दिया कि मैं कहां सरकार हूं। मैं सरकार होता तो यह सवाल नहीं करना पड़ता।
रोहतक में लगे जींद मेडिकल कॉलेज की कक्षाएं
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को सुझाव दिया है कि जब तक जींद में मेडिकल कॉलेज नहीं बनता, तब तक इस कॉलेज की कक्षाओं का इंतजाम रोहतक में कराया जाए।