मेरा गांव जगमग गांव योजना शामिल 118 गांव, पांच साल में 3 गांवों को ही मिल पाई 24 घंटे बिजली
मेरा गांव जगमग गांव योजना में जिले के 118 गांव शामिल हैं। ग्रामीणों द्वारा रुचि नहीं लेने के कारण उम्मीद के मुताबिक अभी तक जिले में इस योजना को रिस्पॉन्स नहीं मिल पाया।
जागरण संवाददाता, जींद : मेरा गांव जगमग गांव योजना में जिले के 118 गांव शामिल हैं। ग्रामीणों द्वारा रुचि नहीं लेने के कारण उम्मीद के मुताबिक अभी तक जिले में इस योजना को रिस्पॉन्स नहीं मिल पाया। इस योजना में शामिल गांवों में लाइन लॉस कम करके और बकाया बिलों की रिकवरी करके 24 घंटे बिजली देने की योजना है। लेकिन पांच साल में केवल रसीदां गांव और सफीदों में बुढ़ा खेड़ा और बेरीखेड़ा में ही 24 घंटे बिजली शुरू हो पाई है। कुछ और फीडरों पर अंतिम दौर में काम चल रहा है। इन गांवों में अगर लाइन लॉस कम होता है, तो नए साल पर 24 घंटे बिजली दी जा सकती है। बिजली चोरी रोकने व बकाया बिजली बिलों की रिकवरी के लिए प्रदेश सरकार ने पांच साल पहले मेरा गांव जगमग गांव योजना शुरू की थी। योजना में शामिल किए गांवों में मीटर बदलने, केबल बिछाने व बकाया बिलों की रिकवरी के बाद लाइन लॉस 20 प्रतिशत से कम आने पर 24 घंटे बिजली देने का प्रावधान किया गया। जिले के अलग-अलग चरण में कुल 118 गांवों इस योजना में शामिल किए जा चुके हैं। लेकिन कई गांवों में लोग घरों से बाहर मीटर निकालने का विरोध कर रहे हैं। लोगों के विरोध के कारण ही ये योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। वहीं कई गांवों में केबल बिछाने और मीटर घरों से बाहर निकालने के बाद भी लाइन लॉस कम नहीं हुआ।
26 फीडरों पर 30 करोड़ से होगा योजना के तहत काम
बिजली निगम ने 26 फीडरों पर मेरा गांव जगमग गांव योजना के काम के लिए ठेका दिया है। इन फीडरों पर करीब 30 करोड़ रुपये से काम होगा। इन फीडरों पर कुल 64 गांव हैं। इन गांवों में 50 से 60 प्रतिशत लाइन लॉस है। कोयल फीडर पर तो 82.3 प्रतिशत लाइन लॉस है। इन फीडरों पर सामान बिजली निगम की तरफ से दिया जाएगा और ठेकेदार मेंटेनेंस और मीटर बाहर निकालने का काम करेगा।
वर्जन
मेरा गांव जगमग गांव योजना में तेजी से काम चल रहा है। तीन गांवों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। वहीं कुछ और फीडर हैं, जिन पर काम पूरा होने वाला है। अगर इन गांवों में लाइन लॉस घटता है, तो नए साल पर 24 घंटे बिजली दी जा सकती है। योजना में शामिल फीडरों पर काम चल रहा है। अब लोगों का सहयोग भी मिल रहा है। लाइन लॉस कम करने के लिए बिजली चोरी करने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है।
श्यामबीर सैनी, एसई, बिजली निगम