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33 डिग्री तक पहुंच सकता है अधिकतम तापमान, शुष्क रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार सात मार्च तक तापमान में लगातार बढ़ोतरी होने की संभावना है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 08:45 AM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 08:45 AM (IST)
33 डिग्री तक पहुंच सकता है अधिकतम तापमान, शुष्क रहेगा मौसम
33 डिग्री तक पहुंच सकता है अधिकतम तापमान, शुष्क रहेगा मौसम

जागरण संवाददाता, जींद : मौसम विभाग के अनुसार सात मार्च तक तापमान में लगातार बढ़ोतरी होने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री से 33 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, न्यूनतम तापमान 11.5 से 15 डिग्री तक रह सकता है। जो गेहूं की फसल में बीमारियों के लिए अनुकूल है। कृषि विज्ञान केंद्र पिडारा से मौसम विशेषज्ञ डा. राजेश कुमार ने बताया कि इस दौरान मौसम शुष्क बना रहेगा। यह समय गेहूं की फसल में दाना बनने का है। सामान्य से ज्यादा तापमान रहने के कारण दाना सिकुड़ सकता है। यह मौसम गेहूं की फसल में चेपा और तेला के आक्रमण के लिए अनुकूल है। इसलिए किसान सुबह-शाम फसल की निगरानी करें। अगर बाली या ऊपरी पत्तों पर चेपा या तेला ज्यादा दिखाई दे, तो मेलाथियान दवा का स्प्रे करें। जरूरत के अनुसार सिचाई भी करें। सरसों की फसल में भी अगर तेला दिखाई दें तो उसमें भी स्प्रे कर सकते हैं। जींद जिले में करीब 2.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल है। ज्यादा गर्मी का नुकसान सबसे ज्यादा पछेती फसल को होगा। जिन किसानों ने कपास की फसल के बाद नवंबर के अंत में और दिसंबर में गेहूं की बिजाई की है। उसमें अभी बाली आनी शुरू हुई है। गर्मी के कारण दाना बारीक रहेगा और फसल भी समय से पहले पकेगी। जिले में 1139 हेक्टेयर क्षेत्र में किया जाएगा मछली पालन

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जागरण संवाददाता, जींद : घटती कृषि भूमि के कारण किसानों का रुझान अब मत्स्य पालन की ओर बढ़ रहा है। जिला मत्स्य अधिकारी सुरेश पाल नैन ने बताया कि सरकार द्वारा मत्स्य पालन के लिए दी जा रही सुविधाओं व अनुदान के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी जा रही है। इस वर्ष कुल 1139 हेक्टेयर क्षेत्र में मछली पालन करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अब तक 765.25 हेक्टेयर में मछली पालन का कार्य शुरू हो चुका है। कुल मिलाकर इस वर्ष 90.4 लाख मछली बीज स्टॉक करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जबकि अब तक 99.89 लाख मछली बीज स्टॉक किया चुका है। मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए 206 किसान प्रशिक्षण शिविर लगाए जा चुके हैं।


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