खरल रीजनल सेंटर में प्राध्यापकों की कमी, छात्राओं ने मुंह पर सफेद दुपट्टा रख किया प्रदर्शन
सरकार द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान शिक्षण संस्थाओं में फेल होता नजर आ रहा है। क्योंकि गांव खरल स्थित भगत फूल ¨सह विश्वविद्यालय के रिजनल सेंटर में प्राध्यापकों की कमी के कारण छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
संवाद सूत्र, नरवाना : सरकार द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान शिक्षण संस्थाओं में फेल होता नजर आ रहा है। क्योंकि गांव खरल स्थित भगत फूल ¨सह विश्वविद्यालय के रिजनल सेंटर में प्राध्यापकों की कमी के कारण छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। छात्राओं द्वारा पहले भी धरना देने के बाद मिले आश्वासन पर भी रिजनल सेंटर में प्राध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई है, जिस कारण डेढ़ महीने बाद होने वाली स्नातक कक्षाओं की परीक्षा में छात्रा फेल होती नजर आ रही हैं। छात्राओं ने कहा कि बीएससी कक्षाओं के लिए गणित, कैमिस्ट्री, फिजिक्स के प्राध्यापक पिछले कई माह से नहीं हैं, इससे छात्राएं बिना प्राध्यापक के कैसे पढ़ पाएंगी। उन्होंने कहा कि केंद्र निदेशिका के पास भी कई बार गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन उनकी पुकार सुनने वाला कोई नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यहां रिजनल सेंटर में यह सोचकर दाखिला लिया था कि पढ़ाई सही तरीके से होगी, लेकिन यहां दाखिला लेने के बाद पता चला कि यहां पर कई विषयों के प्राध्यापक ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अब वे दूसरे कॉलेजों में भी दाखिला नहीं ले सकती हैं, जिससे उनका भविष्य अंधेरे के गर्त में हैं। छात्राओं ने प्राध्यापकों की कमी को लेकर कक्षाओं का बहिष्कार कर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मुंह पर सफेद दुप्पटा रखकर गेट तक प्रर्दशन किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही कॉलेज में प्राध्यापकों की कमी को पूरा नहीं किया गया, तो यह प्रदर्शन काले कपड़े के साथ किया जाएगा।