जींद के रानी तालाब में पानी कम रहने से मरी मछलियां, आने लगी बदबू
शहर के ऐतिहासिक रानी तालाब में पानी की कमी के कारण मछलियां मर गई। जिससे रानी तालाब से बदबू आ रही है। इससे लोगों में रोष है।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर के ऐतिहासिक रानी तालाब में पानी की कमी के कारण मछलियां मर गई। जिससे रानी तालाब से बदबू आ रही है। इससे लोगों में रोष है। सामाजिक संगठनों का कहना है कि प्रशासन के उदासीन रवैये की वजह से रानी तालाब में पिछले डेढ़ साल से पानी नहीं डाला गया है। जिसके कारण तालाब का पानी सूख गया और मछलियां मर गई। अखिल भारतीय अग्रवाल समाज महिला विग जिला जींद की संरक्षक एवं समाजसेवी पुष्पा गोयल ने प्रशासन से मांग की है कि रानी तालाब की जल्द सफाई करवा कर साफ पानी भरवाया जाए। रानी तालाब में जो मछलियां मर रही हैं, उसके लिए प्रशासन सीधा जिम्मेदार है। पुष्पा गोयल का कहना है कि गोल्डन टैंपल की तर्ज पर बनाया गया ऐतिहासिक रानी तालाब प्रशासन की उपेक्षा का शिकार होकर रह गया है। प्रशासन की उपेक्षा के चलते रानी तालाब में पानी काफी कम हो गया है। पानी कम होने की वजह से बोटिग भी बंद हो गई है जिसके चलते पर्यटक वापस लौटने पर मजबूर हो रहे हैं। इस ऐतिहासिक स्थल की उपेक्षा नही की जानी चाहिए। व्यापारी नेता महाबीर कंप्यूटर ने कहा कि रानी तालाब शहर की सुंदरता है। रानी तालाब को जींद की पहचान माना जाता है। दुर्भाग्य है कि ये ऐतिहासिक रानी तालाब सरकार व प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो चुका है। नगराधीश अमित कुमार ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है। जल्द ही इसका समाधान कराया जाएगा।
नगर परिषद ने वाटर चैनल को किया था बाधित
टीम जींद सुधार के सदस्य सुनील वशिष्ठ ने बताया कि नगर परिषद ने बरसाती पानी की पाइप लाइन दबाते समय मिनी बाईपास पर वाटर चैनल को बाधित किया था। जिसके कारण ही रानी तालाब में पानी नहीं डाला जा सका। बार-बार अधिकारियों से आह्वान किया गया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इस साल डीसी डा. मनोज कुमार के आदेश पर नगर परिषद ने वाटर चैनल को ठीक किया और उसके बाद नहरी पानी छोड़ा गया था। लेकिन तभी नहर में पानी बंद हो गया।